देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए टीकाकरण अभियान की तैयारियां जोरों हैं। इसी के तहत कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लिए करीब 96 हजार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है।जनवरी के तीसरे सप्ताह के बाद टीकाकरण शुरू हो सकता है, ऐसे में पांच जनवरी को मॉक ड्रिल की तैयारी की गई हैं। वहीं सरकार कोरोना वैक्सीन के इस्तेमाल की मंजूरी देने की प्रक्रिया में है।
आज से कई प्रदेशों में होगा ड्राई रन : केंद्र सरकार ने पूरे देश में कोविड वैक्सीन टीकाकरण के लिए सभी राज्यों और केंद्र प्रशासित राज्यों को पूरी तरह तैयार रहने के लिए कहा है। सरकार ने बताया है कि दो जनवरी को सभी राज्यों और केंद्र प्रशासित राज्यों में ड्राई रन किया जाएगा। हर प्रदेश की राजधानी में कम से कम तीन जगहों पर ड्राई रन किया जाएगा। कुछ प्रदेशों ने जिलों को भी शामिल किया है, जो मुश्किल इलाकों में स्थित हैं। केंद्र सरकार ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रधान सचिवों, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंस की और तैयारियों का जायजा लिया।
केंद्र सरकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, ड्राई रन का उद्देश्य नए को-विन मोबाइल एप के इस्तेमाल को जमीन पर देखना है। इसके अलावा प्लानिंग और वैक्सीन देने की प्रक्रिया के बीच सामंजस्य बैठाने की कोशिश की जाएगी। इससे फील्ड पर काम कर रहे लोगों का कॉन्फिडेंस भी बढ़ेगा। सबकुछ 20 दिसंबर को जारी की गई ऑपरेशनल गाइडलाइन के मुताबिक किया जाएगा। ऑफिसर इन-चार्ज को 25 लोगों की पहचान करनी होगी, जिन्हें वैक्सीन देने के लिए चुना जाएगा। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इन सभी की जानकारियां को-विन एप पर अपलोड करने के लिए कहा जाएगा। ये सब एक मॉक ड्रिल की तरह होगा, किसी को भी असल वैक्सीन नहीं दी जाएगी।
टीकाकरण के लिए इतने लोगों को ट्रेन किया
देशभर में करीब 96,000 वैक्सीन देने वालों को इसके लिए ट्रेन किया गया है। सीएसआईआर के डायरेक्टर जनरल डॉक्टर शेखर माडे ने कहा, ”जब देश के सबसे बड़े ऑफिस से ये कहा जाता है कि हम वैक्सीन की डिलीवरी के लिए तैयार हैं, तो ये आत्मविश्वास देता है। मुझे लगता है कि सभी हेल्थकेयर वर्कर और वैज्ञानिकों में इस बात को लेकर उत्साह है कि हम कर सकते हैं।”
इन राज्यों में पहले हुआ था ड्राई रन
देश के चार राज्यों- असम, आंध्र प्रदेश, गुजरात और पंजाब में कोविड-19 वैक्सीन का ड्राई रन 28 दिसंबर से शुरू कर दिया गया था, जो कि दो दिन चला। आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले, गुजरात में राजकोट और गांधीनगर, पंजाब में लुधियाना और शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) और असम के सोनितपुर और नलबाड़ी में ये मुहिम चलाई गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, ये ड्राई रन सफल रहा था और राज्यों द्वारा दिए गए कुछ सुझावों को शामिल किया जाएगा।