प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ओडिशा के IIM-Sambalpur के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी। प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओडिशा के आईआईएम संबलपुर के स्थायी परिसर की आधारशिला रखेंगे। पीएम ने भी खुद ट्विटर पर इसकी जानकारी दी थी।
-पीएम बोले- 2014 तक, भारत में 13 IIM थे। आज, 20 आईआईएम हैं। इस तरह का एक बड़ा टैलेंट पूल ‘आत्मानिभर भारत’ अभियान को मजबूत करने में मदद कर सकता है।
-पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत के युवाओं को भारत में आगे आने वाले बड़े अवसरों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है। इस नए दशक में, हम विश्व स्तर पर ब्रांड इंडिया को एक नई छवि देंगे। देश के नए क्षेत्रों में नए अनुभव लेकर निकल रहे मैंनेजमेंट एक्सपर्ट भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। इस साल भारत ने कोविड संकट के बावजूद पिछले सालों की तुलना में ज्यादा यूनिकॉर्न दिए हैं।’
-पीएम मोदी ने कहा, बीते दशकों में एक ट्रेंड देश ने देखा, बाहर बने मल्टी नेशनल बड़ी संख्या में आए और इसी धरती में आगे भी बढ़े। ये दशक और ये सदी भारत में नए-नए मल्टीनेशसल्स के निर्माण का है।
-पीएम- आज IIM कैंपस के शिलान्यास के साथ ही ओडिशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नई शिला भी रखी गई है। IIM का ये स्थायी कैंपस ओडिशा के महान संस्कृति और संसाधनों की पहचान के साथ ओड़िशा को मैंनेजमेंट जगत में नई पहचान देने वाला है।
-ओडिशा में शिक्षा में तेजी से बदलाव आ रहा है। मुझे खुशी है कि हमारा राज्य शिक्षा के क्षेत्र में अपना दबदबा बनाए हुए है और पूर्वी भारत के एजुकेशन हब के रूप में उभरा है: ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक
पीएम ने ट्वीट किया था, ‘2 जनवरी को सुबह 11 बजे, आईआईएम-संबलपुर के स्थायी परिसर का शिलान्यास करेंगे। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए विशेष रूप से मेरे विद्यार्थी मित्रों और स्टार्ट-अप की दुनिया में आने वाले लोगों को बुलाया जाएगा। भारत राष्ट्रीय प्रगति के लिए IIM के समृद्ध योगदान पर गर्व करता है।’
ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल और राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप चंद्र सारंगी भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। समारोह में 5,000 से अधिक आमंत्रित हिस्सा लेंगे। बयान में कहा गया है, ‘समारोह में IIM संबलपुर के अधिकारियों, उद्योग के नेताओं, शिक्षाविदों और छात्रों, पूर्व छात्रों और संकायों सहित लगभग 5000 से अधिक आमंत्रित लोग शामिल होंगे।’
PMO के अनुसार, IIM संबलपुर ‘फ्लिप क्लासरूम’ के विचार को लागू करने वाला पहला IIM होगा। फ्लिप क्लासरूम वह जगह होती है जहां बुनियादी अवधारणाओं को डिजिटल मोड में सीखा जाता है और उद्योग से लाइव परियोजनाओं के माध्यम से कक्षा में अनुभवात्मक शिक्षा होती है। IIM संबलपुर लिंग विविधता के मामले में अन्य सभी IIM से आगे रहा है।