भोपाल। राजस्थान के बाद मध्य प्रदेश में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। पिछले दिनों इंदौर शहर के रेसीडेंसी और डेली कॉलेज क्षेत्र में मृत मिले कौवों में बर्ड फ्लू बीमारी की पुष्टि हुई है। इसके बाद पशुपालन विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी है, जिसके बाद वन विभाग ने प्रदेश के सभी संरक्षित वन क्षेत्रों सतर्कता बरतने के निर्देश जारी किए हैं। प्रबंधन से कहा गया है कि क्षेत्र के सभी जलाशय की लगातार निगरानी करें। किसी भी पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत स्थानीय पशु चिकित्सकों की मदद से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजें।
पशुपालन और वन विभाग ने दिए ये निर्देश
- जलाशयों में एवं अभयारण्यों के अंदर प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखें और उनके खून के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जाएं।
- जलाशयों के आसपास की बस्तियों में पाले जाने वाले मुर्गे-मुर्गी, पोल्ट्री फार्म और बैकयार्ड कुक्कुट के सैंपल जांच के लिए भेजें।
- जिले के कुक्कुट बाजार, हाट बाजार में आने वाले मुर्गे-मुर्गियों की भी नियमित जांच करें।
- जिलों में इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करें और उन्हें सतर्क रहने की हिदायत दें।