बीएसपी में ईडी और सीजीएम बनने का रास्ता हुआ साफ
भिलाई। सेल में कार्यपालक निदेशक ‘‘ईडी’’ और मुख्य महाप्रबंधक ‘‘सीजीएम’’ बनने का ख्वाब अब पूरा होने जा रहा है। सेल प्रबंधन ने पदोन्न्ति की प्रक्रिया को शुरू करने का संकेत दे दिया है। जून 2019 से अटके प्रमोशन का तोहफा अधिकारियों को जल्द मिलेगा। लंबित फाइलों के निपटारा में भी तेजी आने की उम्मीद है। नवागत सेल चेयरमैन सोमा मंडल ने कार्यभार संभालते ही मामलों का निपटारा करने का संकेत दिया है। साथ ही वेलफेयर और कार्मिकों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।
सेल के अधिकारी बता रहे हैं कि इसी कड़ी में प्रमोशन का मामला भी हल होने जा रहा है। सबसे पहले कार्यपालक निदेशक के लिए इंटरव्यू होगा। भिलाई इस्पात संयंत्र सहित सेल इकाइयों के मुख्य महाप्रबंधक को इंटरव्यू में बैठने का मौका मिल सकता है। इसी तरह मुख्य महाप्रबंधक के पदोन्न्ति की सूची जारी होने वाली है। सीजीएम ही ईडी के इंटरव्यू में शामिल होंगे। इससे सीजीएम का पद खाली होगा। यहां बेहतर कवरेज मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
अधिकारी बता रहे हैं कि भविष्य की प्लानिंग को ध्यान में रखकर ही सूची तैयार की जाएगी। आगामी छह माह में रिटायर होने वाले अधिकारियों को भी ध्यान में रखा जाएगा। वहीं, यह भी चर्चा है कि प्रबंधन में कसावट लाने के लिए कुछ परिवर्तन किए जाएंगे। ईडी बनने के बाद ट्रांसफर होना है। जिन्हें एक से अधिक प्लांट या एक से अधिक विभागों का अनुभव है, उन्हें खास तवज्जो मिलने की संभावना है।
सीजीएम में भी बेहतर कवरेज की संभावना मिल सकती है। कई विभाग बिना सीजीएम का चल रहा है। वहां भी स्थाई नेतृत्वकर्ता मिल सकेगा। इससे विभागीय कामकाज में कसावट आएगी। बता दें कि राउरकेला के ईडी वर्क्स राउरकेला पीके दास रिटायर हो चुके हैं। पीके दास भिलाई में ईडी वर्क्स रह चुके हैं। इसी तरह कई अन्य इकाइयों में ईडी के पद खाली होने वाले हैं।
भिलाई इस्पात संयंत्र से 2018 में दो महाप्रबंधक का बतौर कार्यपालक निदेशक चयन हुआ था। जीएम प्रोजेक्ट एके भट्टा और जीएम स्टील मेल्टिंग शाप राजीव सहगल को ईडी बनाया गया था। राजीव सहगल का रिटायरमेंट 2022 में है।