गरियाबंद-जिले में एक बार फिर हाथियों का उत्पात सामने आया है। 20 से ज्यादा हाथियों के दल ने बीती रात खरता पंडरीपानी गांव में उत्पात मचाया और दो घरों को तहस नहस कर दिया। राहत की बात ये रही कि इस दौरान कोई जन हानि नही हुई। जानकारी मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंच गया। हाथियों की आमद से इलाके में एक बार फिर दहशत का माहौल है।
गौरतलब है कि बीते दो दिनों से 22 हाथियों का एक दल ग्रामीण इलाके में विचरण कर रहा है। ओडिसा सीमा से जिले में प्रवेश करने के बाद हाथी छूरा, नवागांव और गरियाबंद रेंज के ग्रामीण इलाके में अपना डेरा जमाए हुए है। बीती रात हाथियों का दल खरता पंडरीपानी गांव पहुंचा और उत्पात मचाते हुए दो घरों को नुकसान पहुंचाया गाँव मे घुसकर घरों को तोड़फोड़ तो किये वही जैतपुरी निवासी प्रभु राम ध्रुव के घर मे रखे 150 कट्टा धान को भी चट कर गए । घर के सदस्य पूरी रात खाट के नीचे रहकर अपनी जान बचाए
हाथियों की आमद से वन विभाग भी सतर्क हो गया है। विभाग द्वारा ग्रामीणों को जंगल नही जाने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा हाथियों को ग्रामीण इलाके में घुसने से रोकने के लिए हाथी मित्र तैनात किए गए है। हाथियों की गतिविधियों पर भी विभाग द्वारा बराबर निगरानी रखे जाने की बात कही गयी है।
जंगली हाथियों के ग्राम पिपला कन्हार के जंगल मे वन विभाग के द्वारा किया गया ,रतजगा
हाथियों के उत्पात को देखते हुए परसूली परिक्षेत्र के रेंजर द्वारा पूरी रात ग्राम पिपलाकन्हर में किया गया रतजगा
गरियाबंद जिले में आए 20 से 22 हाथियों के दल ने पूरे क्षेत्र में उत्पात मचा रहा है ,वही कोई जन हानि न हो इसे ध्यानके रखते हुए परसुली परिक्षेत्र के अधिकारी अशोक भट्ट अपने कर्मचारियों के साथ पूरी रात ग्रामीणो की सुरक्षा में लगे हुए है ,
जिसमे बीते रात ग्राम पिपला कन्हार और आसपास के जंगलों में अलावा जलाकर सुरक्षा में लगे रहे साथ ही ग्रामीणो को जंगल की ओर न आने की अपील करते है ।