इसरो के बड़े वैज्ञानिक और अहमदाबाद स्पेस एप्लीकेशन सेंटर के पूर्व निदेशक तपन मिश्रा ने दावा किया है कि 2017 से लेकर 2020 के बीच तीन बार उन्हें जहर दिया गया था। तपन मिश्रा ने ये दावा अपनी फेसबुक पोस्ट में किया है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि उन्हें इस बारे में कोई आइडिया नहीं है कि उन्हें ये जहर किसने और क्यों दिया था?
तपन मिश्रा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि यह जहर उन्हें बेंगलुरू में प्रमोशन इंटरव्यू के समय दिए गए नाश्ते में मिलाकर दिया गया था। तपन मिश्रा ने अपने फेसबुक पोस्ट की पुष्टि करते हुए बताया कि घर पर जो आर्सेनिक देते हैं, वो ऑर्गेनिक होता है। जो जहर उन्हें दिया गया था वो एक इनऑर्गेनिक ऑर्सेनिक था। इसकी एक ग्राम मात्रा किसी इंसान को मारने के लिए काफी होती है।
देश के इस बड़े वैज्ञानिक के इस खुलासे के बाद हड़कंप मच गया है, वहीं साइंटिस्ट मिश्रा ने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी को उच्चस्तरीय जांच की मांग के लिए भी लिखा है।