मध्यप्रदेश सरकार ने लोगों की बुनियादी जरुरतों और सुविधाओं पर ध्यान देना शुरू कर दिया है। सबसे पहले स्वास्थ्य को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार सुबह चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को अपने निवास पर बुलाया। सारंग ने मुख्यमंत्री को विभाग के रोडमैप की जानकारी दी। बैठक के बाद सारंग ने बताया कि सीएम से चर्चा में तय हुआ है कि मध्य प्रदेश में “ईज ऑफ हेल्थ सर्विसेज” शुरू की जाएगी। इसके तहत लोगों को समय पर गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सकेगा। मुख्यमंत्री के साथ ऐसे 25 बिंदुओं पर चर्चा हुई, जिसे अगले तीन साल में लागू किया जाएगा।
सारंग ने बताया कि नेशनल हेल्थ कमीशन की गाइडलाइन को लागू किया जाएगा। इसके तहत मप्र में हेल्थ मैनेजमेंट, क्रिटिकल केयर और इमरजेंसी मेडिसिन के पीजी कोर्स शुरू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मप्र में “मरीज मित्र योजना” शुरू करने जा रहे हैं। इससे अस्पतालों में मरीजों के इलाज में आर्थिक सहयोग के लिए निजी संस्थाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
हर जिले में बनेगा मेडिकल कॉलेज
सारंग ने बताया कि नीति आयोग की सिफारिश के अनुसार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर मुख्यमंत्री ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। जल्दी ही प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री के मुताबिक मेडिकल सर्विसेज को बेहतर बनाने के लिए भोपाल में मेडिकल मंथन का आयोजन किया जाएगा। दो दिवसीय इस आयोजन में देश भर से चुनिंदा स्वास्थ्य विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों के उन्नयन को लेकर भी मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है।