रोहित शर्मा 14 महीनों के बाद भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किए गए और सिडनी टेस्ट के लिए उन्हें भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह मिली। ये बात पहले से ही साफ थी कि, रोहित शर्मा तीसरे टेस्ट मैच में खेलेंगे और टीम के लिए ओपनिंग करेंगे। इस सीरीज में तीसरे व चौथे टेस्ट मैच के लिए उन्हें टीम का उप-कप्तान भी बनाया गया। तीसरे टेस्ट मैच में रोहित शर्मा को प्लेइंग इलेवन में मयंक अग्रवाल की जगह शामिल किया गया जिन्होंने पहले दो टेस्ट मैचों में सिर्फ 31 रन बनाए थे।
रोहित को टीम में शामिल किए जाने के फैसले को कई पूर्व खिलाड़ियों ने टीम के हित में बताया तो वहीं मयंक को ड्रॉप किए जाने पर कुछ लोगों ने सवाल भी खड़े कर दिया जिनका टेस्ट में औसत 47.85 है। टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने भी मयंक को ड्रॉप किए जाने पर सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि, टीम मैनेजमेंट को मयंक अग्रवाल को ड्रॉप नहीं करना चाहिए। मांजरेकर ने कहा कि, रोहित को मयंक के साथ ओपनिंग करनी चाहिए जबकि शुभमन गिल को मध्यक्रम में मौका मिलना चाहिए था।
मांजरेकर ने ये भी कहा कि, रोहित शर्मा ने टेस्ट में नंबर छह पर भी अच्छा खेल दिखाया है और उन्होंने 25 पारियों में इस स्थान पर बल्लेबाजी की है। हालांकि हाल में उन्होंने टेस्ट में ओपन किया जहां उनका औसत कमाल का है, लेकिन विदेशी धरती पर उन्होंने कभी टेस्ट में ओपन नहीं किया। वो न्यूजीलैंड दौरे पर भी नहीं थे और पिछली बार जब वो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आए थे तब वो निचले क्रम पर ही उतरे थे। इसलिए ये देखना दिलचस्प होगा कि वो किस तरह से स्विंग होती गेंदों का सामना करेंगे।
मांजरेकर ने कहा कि, अगर चयन मेरे हाथ में होता तो मैं मयंक को टीम में रखता क्योंकि वो यूवा खिलाड़ी हैं और टेस्ट में उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की है। मैं शुभमन गिल को भी टीम में रखता, लेकिन वो मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते।