पिछले कुछ दिनों प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव करके WhatsApp सुर्खियों में है. WhatsApp की शुरुआत जिन दो लोगों ने की थी उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वॉट्सऐप का बिजनेस मॉडल भी विज्ञापन हो जाएगा और प्राइवेसी में इस कदर सेंध लग जाएगी.
बहराहल फेसबुक ने WhatsApp का अधिग्रहण कर लिया और फिर WhatsApp के दोनों फाउंडर्स फेसबुक से विवाद की वजह से पैसे लेकर चलते बने. अब WhatsApp पूरी तरह से फेसबुक का है और फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग हैं. मार्क जकरबर्ग का प्राइवेसी को लेकर रवैया जग जाहिर है.
कुछ साल पहले मैने WhatsApp के को-फाउंडर ब्रायन ऐक्टन से बातचीत की थी. उन्होंने हमें कब बताया था कि वॉट्सऐप अपनी पहचान खो चुका है. पहचान खोने का मतलब ये कि WhatsApp को जिस मकसद से बनाया गया था वो अब नहीं बचा.
Use Signal
— Elon Musk (@elonmusk) January 7, 2021
बहरहाल अमेरिकी बिजनेसमैन एलॉन मस्क अब दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं. एलॉन मस्क इलेक्ट्रिक कार मेकर टेस्ला और स्पेस फर्म स्पेस एक्स के फाउंडर हैं. उन्होंने ऐमेजॉन सीईओ जेफ बेजोस को पीछे छोड़ दिया है और अब वो दुनिया के सबसे अमीर शख्स हैं.
एलॉन मस्क ने ट्वीट करके लिखा है ‘यूज सिग्नल’. उन्होंने लोगों से एक तरह से अपील की है Signal यूज करें. Signal एक इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप है, लेकिन ये ऐप दुनिया का सबसे सिक्योर माना जाता है. दिलचस्प ये है कि सिग्नल मे WhatsApp के ही को फाउंडर का पैसा लगा है जिनका झुकाव प्राइवेसी की तरफ है.
एलॉन मस्क के इस ट्वीट के बाद Signal पर लोग तेजी से अकाउंट बना रहे हैं. सिग्नल की तरफ से कुछ ट्वीट किए गए हैं. सिग्नल के ट्वीट में कहा गया है कि अचानक से काफी लोग सिग्नल से जुड़ रहे हैं इसलिए अकाउंट ऐक्टिवेशन में दिक्कतें हो रही हैं जिसे जल्दी ठीक करने पर कंपनी काम कर रही है.
Signal क्यों है WhatsApp से अलग.. क्या हैं प्राइवेसी फीचर्स..
आप इसे एक उदाहरण से समझें. Signal ऐप में एक फीचर है जिसे एनेबल करने के बाद आप और आप जिससे बात कर रहें हैं वो स्क्रीनशॉट नहीं ले सकेंगे. इतना ही नहीं ये ऐप ये भी सुनिश्चित करता है कि कोई दूसरा ऐप भी आपके चैट की स्क्रीनशॉट न ले सके.
WhatsApp आपकी आईडेंटिफिकेशन, यूसेज डेटा, परचेज डेटा, लोकेशन, कॉन्टैक्ट, यूजर कॉन्टैक्ट, यूजर आईडी डिवाइस आईडी, से लेकर लगभग हर तरह का पर्सनल डेटा कलेक्ट करता है. लेकिन Signal इनमें से किसी भी तरह का डेटा नहीं कलेक्ट करता है.
ऐपल ऐप स्टोर पर हाल ही में ऐप प्राइवेसी के तहत Data Linked To you फीचर आया है. यहां जा कर आप देख सकते हैं कि Signal किस तरह का डेटा कलेक्ट करता है. यहां साफ तौर पर आपको ये लिखा मिलेगा कि ये ऐप सिर्फ आपका फोन नंबर का ऐक्सेस लेता है, क्योंकि फोन नंबर से ही आप इस पर अकाउंट बनाते हैं.
दूसरी तरफ अगर आप ऐपल ऐप स्टोर पर ये देखने जाएंगे कि WhatsApp आपको कितना डेटा कलेक्ट करता है तो शायद आप देख कर हैरान रह जाएंगे. हम यहां सिग्नल और वॉट्सऐप दोनों ही ऐप्स के प्राइवेसी लेबल का स्क्रीनशॉट लगा रहे हैं जिसे आप देख कर खुद अंदाजा लगा सकते हैं.
Signal ऐप का सोर्स कोड पब्लिक डोमेन में है यानी कोई सिक्योरिटी एक्सपर्ट इसकी सिक्योरिटी टेस्टिंग कर सकता है. कुल मिला कर ये है कि इस ऐप के अंदर क्या है, डेटा कहां जा रहा है, किस तरह से यूज किया जा रहा है ये सब देखा जा सकता है.
सिक्योरिटी फीचर की बात करें तो Signal ऐप में ज्यादा जल्दी सिक्योरिटी फीचर्स और सिक्योरिटी पैच मिलते हैं. सिग्नल ऐप में काफी पहले से ही Disappearing चैट फीचर है जो हाल ही में वॉट्सऐप पर आया है. लेकिन फिर भी Signal का ये फीचर ज्यादा सिक्योर, प्राइवेट और सेफ है.