मुंबई। कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया को पुलिस ने धोखाधड़ी और रुपयों की हेराफेरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अब मशहूर कॉमेडियन और अभिनेता कपिल शर्मा ने उन पर वैनिटी वेन बनाने के नाम पर उनसे 5.7 करोड़ रुपये ठगने का आरोप लगाया है। जिसके बाद अब मुंबई पुलिस ने दिलीप छाबड़िया के खिलाफ एक और नई एफआईआर दर्ज कर दी है।
बीते साल कॉमेडियन कपिल शर्मा ने कार डिजाइनर दिलीप छाबड़िया के खिलाफ कथित रूप से धोखाधड़ी करने के लिए पुलिस में शिकायत भी दर्ज करवाई थी। जिसके बाद मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने गुरुवार को अभिनेता को समन जारी करते हुए गवाह के रूप में अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है। अपने बयान में कपिल शर्मा ने दिलीप छाबड़िया पर उनके रुपये ठगने का आरोप लगाया।
कपिल शर्मा ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने दिलीप को एक वैनिटी वैन डिजाइन करने का ऑर्डर दिया था। इसके लिए उन्होंने 5.7 करोड़ रुपये की रकम दी थी, लेकिन भुगतान होने के बावजूद दिलीप छाबड़िया ने कपिल को वैनिटी वैन बनाकर नहीं दी। कपिल शर्मा के बयान के अनुसार उन्होंने साल 2017 में दिलीप को वैनिटी वैन बनाने का ऑर्डर दिया था और रकम का भुगतान भी किया था।
अभिनेता ने कहा, ‘मैंने दिलीप छाबड़िया और उनके घोटाले के बारे में अखबार में पढ़ा था, जिसके बाद मैंने मुंबई पुलिस कमिश्नर से मिलने का फैसला किया। दिलीप छाबड़िया से मैंने एक वैनिटी वैन डिजाइन करने को भी कहा था, जिसके लिए उन्हें पूरा भुगतान की जा चुकी था। बावजूद इसके वह हमें वै नहीं कर सके। हमने इस सिलिसिले में पहले इकॉनमिक ऑफेंस विंग (आर्थिक अपराध शाखा) में भी शिकायत दर्ज करवाई थी। मुझे खुशी है कि छाबड़ा जैसे लोग गिरफ्तार हो रहे हैं। ऐसे बहुत से सफेदपोश लोग हैं, जो ऐसी आपराधिक प्रवृत्तियों में शामिल हैं।’
आपको बता दें कि 28 दिसंबर 2020 को दिलीप छाबड़िया को एक जालसाजी और धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। डीसी डिजाइन के संस्थापक, कार संशोधन स्टूडियो, छाबड़िया को कथित रूप से भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत जालसाजी, विश्वास के उल्लंघन, आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी के तहत कई कार पंजीकरण रैकेट के लिए हिरासत में लिया गया था।
दिलीप छाबड़िया को मुंबई क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया था। छाबडि़या के खिलाफ धारा 420, 465, 467, 468, 471, 120 (बी) और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उनकी एक लग्जरी कार भी जब्त की गई है। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिलीप छाबड़िया की फैक्ट्री में छापा मारा था। जहां पुलिस ने 14 कारें और 40 इंजन जब्त किए थे। इसके अलावा 19 लग्जरी कारें और मोटर साइकिल भी जब्त की थीं। जांच में पुलिस को जानकारी मिली कि छाबड़िया और उनकी फर्म ने कई नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों से खुद ग्राहक बताते हुए डीसी स्पोर्ट्स कारों की खरीद के लिए कर्ज भी ले रखा था।
छाबड़िया डिजाइंस प्राइवेट लिमिटेड की तरफ से प्रत्येक कार के लिए 42 लाख का लोन लिया गया था। इस कंपनी ने भारत में बेची गई कुल 120 कारों में से 90 पर लोन लिया था। कई कारों पर तो इस कंपनी ने तब लोन लिया था, जब वह इन्हें ग्राहक को बेची भी चुकी थी।