नई दिल्ली। बजट सत्र को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शुक्रवार को कहा कि संसद का बजट सत्र जल्द शुरू होगा। बजट सत्र सामान्य होगा और इसका विधिवत संचालन किया जाएगा। यह पूरी अवधि तक चलेगा और इस दौरान सभी मसलों पर चर्चा की जाएगी। कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए बजट सत्र की व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि चूंकि सत्र महामारी के बीच होगा, इसलिए कोविड-19 संबंधी चुनौती है, लेकिन सत्र के दौरान सरकार की ओर से जारी किए गए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
क्या सत्र से पहले सांसदों को लगेगी वैक्सीन
यह पूछे जाने पर कि क्या संसद के सत्र से पहले सांसदों को कोविड वैक्सीन लगाई जाएगी… बिड़ला ने कहा कि हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने टीकाकरण को लेकर व्यापक और कड़ी मेहनत की है। जहां तक सांसदों को टीका लगाए जाने का सवाल है तो सरकार इस बारे में फैसला लेगी। सरकार सत्र शुरू होने से पहले सांसदों के टीकाकरण के बारे में दिशा-निर्देश जारी करेगी।
मालूम हो कि संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने संसद का बजट सत्र 29 जनवरी से आठ अप्रैल तक दो हिस्सों में बुलाने की सिफारिश की है। बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से 15 फरवरी तक जबकि दूसरा चरण आठ मार्च से आठ अप्रैल तक बुलाए जाने की बात कही गई है। समिति की सिफारिश के मुताबिक, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 जनवरी को संसद के दोनों सदनों के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे जबकि एक फरवरी को केंद्रीय बजट पेश किया जाएगा।
मानसून सत्र की तरह दो पालियों में बैठक
मानसून सत्र की तरह बजट सत्र भी दो पालियों में हो सकता है। एक पाली में दोनों सभागारों में एक ही सदन के सदस्य मौजूद होंगे। समाचार एजेंसी पीटीआइ की हाल ही में आई रिपोर्ट के मुताबिक, बजट सत्र के दौरान प्रत्येक सदन यानी लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें पांच-पांच घंटे होने की संभावना है। लोकसभा की बैठक शाम की पाली में तीन से आठ बजे तक जबकि राज्यसभा की बैठक सुबह की पाली में नौ बजे से दोपहर दो बजे तक हो सकती है।