देश के कई राज्यों से हर साल हजारों लोग रोजी-रोटी की तलाश में गांव से निकलकर शहर की तरफ रूख कर जाते हैं। पर उन्हें इस बात का अहसास नहीं होता कि काम देने के नाम पर उन्हें बंधक बनाया जा सकता है। आजाद भारत में मजदूरों को गुलाम बनाने की प्रथा आज भी जीवित है। मजबूर हालात में लोग इन परिस्थितियों से भी समझौता कर लेते हैं, और ठेकेदार उनकी मजबूरी का नाजायज फायदा उठाते हैं। ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र से सामने आया है, जहां मध्यप्रदेश के 52 मजदूरों को बंधक बनाकर रखा गया था।
महाराष्ट्र में बंधक बनाकर रखे गए मध्यप्रदेश के 52 मजदूरों को छुड़ाने में कामयाबी मिल गई है। इस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने अधिकारियों को ट्वीट कर बधाई दी है। इस कार्य में जिला कलेक्टर और बहोरीबंद एसडीएम की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। सभी मजदूरों को सकुशल घर पहुंचा दिया गया है।
महाराष्ट्र के सोलापुर में मध्यप्रदेश के कटनी के 52 श्रमिकों को बंधक बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा था।
जनसुनवाई में शिकायत प्राप्त कर @CollectorKatni @priyank_mshr व बहोरीबंद एसडीएम रोहित सिसोनिया ने तत्काल एक्शन लिया व सोलापुर पुलिस के सहयोग से श्रमिकों को सकुशल वापस ले आए।
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) January 9, 2021
बता दें कि इन मजदूरों को महाराष्ट्र के सोलापुर में बंधक बनाकर रखा गया था, मजदूरों को झांसा देकर सोलापुर ले जाया गया था। सोलापुर जिले के कंदल गांव में इन्हे रखा गया था और ज्यादा काम लेकर कम पैसे दिए जा रहे थे। परिजनों की इस बात की गुहार प्रशासन से लगाई थी मामले की जानकारी के बाद प्रशासन हरकत में आया और इन्हे छुड़ाने में सफलता मिली।
मध्यप्रदेश की जनता को सुशासन देना हमारी सरकार का एकमात्र लक्ष्य है।
इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शासन और प्रशासन निरंतर कार्यरत है। pic.twitter.com/LdWT9udgQM
— Shivraj Singh Chouhan (मोदी का परिवार ) (@ChouhanShivraj) January 9, 2021