गरियाबंद। गरियाबंद पुलिस ने अगवा एक नाबालिक युवती को आरोपी के चंगुल से बचा लिया। आरोपी नाबालिक को शादी का प्रलोभन देकर चेन्नई ले जाने की फिराक में था। आरोपी अपने मनसूबों में कामयाब होता उससे पहले ही जिला पुलिस ने रास्ते मे उसे दबोच लिया।
मामला छूरा थाना क्षेत्र का है। 06 तारीख को घर से लापता युवती का दो दिन बाद भी जब घरवालों को कोई सुराग नही मिला तो परिजनों ने 08 जनवरी को नाबालिक के गुमशुदगी की शिकायत छूरा थाना में दर्ज करायी। मामला नाबालिक युवती से जुड़ा होने के कारण थाना प्रभारी संतोष भुआर्य ने तत्काल उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने नाबालिक की पतासाजी के लिए थाना प्रभारी को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए।
छूरा पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर पतासाजी शुरू की। इस बीच पुलिस को मुखबिर से नाबालिक के दुर्ग और राजनंदगांव जिले में देखेँ जाने की सूचना प्राप्त हुई। पुलिस ने आखिर उसे राजनांदगांव बस स्टैंड से बरामद कर लिया।
थाना प्रभारी संतोष भुआर्य से मिली जानकारी अनुसार थाना क्षेत्र के पथरी गांव का आरोपी ईश्वर विश्वकर्मा नाबालिक को शादी का प्रलोभन देकर भगा ले गया था। आरोपी उसे चेन्नई ले जाना चाहता था। इससे पहले वह उसे पाटन, दुर्ग और राजनांदगांव में घूमता रहा। टीआई ने बताया कि ईश्वर उसे लेकर चेन्नई निकलने वाला था। ऐन मौके पर पुलिस टीम ने राजनांदगांव बस स्टैंड पर पहुंचकर उसे दबोच लिया। पुलिस टीम ने आरोपी के कब्जे से नाबालिक को भी छुड़ा लिया।
आरोपी द्वारा पुलिस को दिए बयान के मुताबिक इस दौरान उसने नाबालिक से कई बार शारीरिक संबंध बनाए। यही नही उसने इससे पहले भी उसके साथ इस तरह का कृत्य करना स्वीकार किया है।
पुलिस ने शिकायत दर्ज होने के 10 घण्टे के भीतर ही आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर ने छूरा पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।
उपरोक्त कार्यवाही में थाना छुरा के निरीक्षक संतोष भुआर्य, सउनि0 श्रवण विश्वकर्मा, प्रधान आरक्षक हीरालाल चंद्राकर, आरक्षक मोहित चुरेन्द्र, हरिहर साहू, डेकेश्वर सोनी, महिला आरक्षक पार्वती ध्रुव एवं सायबर सेल गरियाबंद की सराहनीय भूमिका रही।