दिल्ली की सरहद में किसान बिल का विरोध कर रहे लोग किसान नहीं बल्कि खालिस्तानी और नक्सली हैं। ये बातें कहीं हैं राजनांदगांव से बीजेपी सांसद संतोष पाण्डेय ने। जिसके बाद सांसद का विरोध शुरु हो गया है। छत्तीसगढ़ के सिख संगठन ने सांसद के इस बयान की कड़ी निंदा की है। साथ ही उन्हें अपने बयान पर माफी मांगने को कहा है। ऐसा नहीं करने पर सिख समाज सांसद संतोष पाण्डेय के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है। सिख संगठन के मुताबिक संतोष पांडेय का ये बयान देश एवं धर्म की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देनी वाली वीर एवं बहादुर क़ौम के साथ ही पूरे देश के अन्न दाताओं का अपमान है। माफी नहीं मांगने की सूरत में सिख समाज ने सांसद के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है।
मानसिक संतुलन खो बैठे हैं सांसद: सिख समाज
इतिहास गवाह है सिख अपने देश की रक्षा के लिए प्राणों का बलिदान देते आए हैं।लेकिन देश के लिए खड़े इस आंदोलन में किसानों को इस तरीके से अपमानित करना सासंद की छोटी मानसिकता को दर्शाता है । समाज के मुताबिक सांसद पांडे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं , इसलिए ऐसी बात कह गये । संगठन के संस्थापक हरपाल सिंह भामरा, प्रदेशाध्यक्ष दलजीत सिंह चावला, दसमेश सेवा सोसायटी के अध्यक्ष प्रीतपाल सिंह होरा, लवली सिंह अरोरा, टाटीबंध गुरुद्वारा से रणजोत सिंह जोधा, हैप्पी बाजवा, तेजेन्द्र सिंह सलूजा, गुरमीत सिंह धोनी, गुरभेज सिंह अरोरा, गुरु शरण सिंह चौहान ने विज्ञप्ति जारी कर सांसद संतोष पाण्डेय की कड़ी निंदा की है।