शिव भक्त मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव की व्रत रखकर पूजा करते हैं। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से कई प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
पंचांग के अनुसार हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि कहा जाता है। 11 जनवरी को पौष कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस बार मासिक शिवरात्रि पर विशेष संयोग बन रहा है। इस बार सोमवार के दिन मासिक शिवरात्रि का पर्व पड़ रहा है। सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित है। इस दिन शिव पूजा का विशेष पुण्य प्राप्त होता है।
पौराणिक मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखने और पूजा करने से कई प्रकार के दोष समाप्त हो जाते हैं। मासिक शिवरात्रि का विधि पूर्वक व्रत सभी प्रकार की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला माना गया है। वहीं प्रत्येक कार्य को करने की शक्ति प्राप्त होती है। वहीं जिन कन्याओं के विवाह में देरी या किसी प्रकार की बाधा आ रही है, इस व्रत को विधि पूर्वक करने से इन दिक्कतों छुटकारा मिलता है। वहीं मनोवांछित वर की इच्छा पूर्ण होती है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी की भी पूजा का विधान है। इस दिन शिव और माता पार्वती की पूजा करने से दोनों का आर्शीवाद प्राप्त होगा।
मासिक शिवरात्रि पर सुबह स्नान के बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए। इस दिन भगवान शिव की प्रिय चीजों का भोग लगाएं। शिव मंत्र और शिव आरती का पाठ करना चाहिए। इसके साथ ही शिव पुराण, शिव स्तुति, शिवाष्टक, शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ भी शुभ फल प्रदान करता है।
पंचांग के अनुसार 11 जनवरी 2021 को पौष मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस दिन चतुर्दशी तिथि का आरंभ 14 बजकर 32 मिनट पर होगा। चतुर्दशी तिथि का समापन 12 जनवरी को 12 बजकर 22 मिनट पर होगा।