राजधानी रायपुर में बीती रात एक सनसनीखेज मैसेज ने पुलिस की नींद उड़ा दी थी। यह मैसेज किसी और को नहीं, बल्कि सिविल लाइन सीएसपी नसर सिद्दिकी को आया। और यह मैसेज गंभीर प्रकृति का था, क्योंकि मैसेज में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह को जान से मारने की बात का जिक्र था। साथ ही मैसेज डालने वाले ने 24 घंटे की मोहलत दे रखी थी, जिसकी वजह से राजधानी पुलिस और खासतौर पर सिविल लाइन सीएसपी सिद्दिकी के होश फाख्ता हो गए थे।
आनन-फानन में पुलिस ने रातों-रात ही सायबर सेल की मदद से मैसेज भेजने वाले के नाम और ठिकाने का पता लगा लिया, उसके बाद उसे हिरासत में भी ले लिया। अब बात आती है कि आखिर इस शख्स ने मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री को मारने की धमकी का संदेश पुलिस को क्यों भेजा ? पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो, बात सामने निकलकर आई कि कोरोना काल की वजह से लगे लाॅक डाउन के कारण उसका धंधा बुरी तरह से ठप पड़ गया।
इस धमकी भरे मैसेज के मामले में जिस शख्स को गिरफ्तार किया गया, वह राजधानी के पचपेड़ी नाका इलाके के लक्ष्मी नगर का निवासी मनीष झाबक है। व्यापार में पहुंचे चोट की वहज से मनीष को गहरा मानसिक आघात पहंुचा। आलम यह है कि आज भी उसका परिवार आर्थिक तंगी से बाहर नहीं निकल पा रहा है। इसी बात का गुस्सा मनीष को परेशान कर रहा था, जिसके लिए उसने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुए जान से मारने की धमकी दे डाली।