दुर्ग । 10वीं के छात्र दानेश्वर को उसके दोस्त ने ही मार डाला। दुर्ग पुलिस ने 6 घंटे बाद जब दानेश्वर की मौत का खुलासा हुआ तो चौकाने वाली बातें सामने आयी । चिढ़ाने से नाराज दानेश्वर ने जब अपने दोस्तों को गाली दे दी, तो गुस्से में दो दोस्तों ने मिलकर उसका गला घोंट दिया। इस मामले में आरोपी दोनों नाबालिग छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि दुर्ग के पुलगांव शासकीय प्राथमिक विद्यालय की छत पर कल दानेश्वर की लाश मिली थी। 13 वर्षीय वर्षीय युवक दानेश्वर साहू उर्फ पप्पू का शव देखकर ही मालूम पड़ रहा था कि हत्या गला घोंटकर की गयी थी। उक्त तीसरी मंजिल पर जाने के लिए कोई भी सीढ़ी वहां पर नहीं है इससे यह बात स्पष्ट हुई कि, तीसरी मंजिल चढ़ने वाले ऐसे युवकों की खोज की जाए जो वहां अक्सर जाया करते हैं। टीम द्वारा अपनी विवेचना का एवं पूछताछ का का केंद्र बिंदु यह बात रखते हुए सभी से पूछताछ की जाने लगी। साथ ही मृतक के सभी दोस्तों से बारी-बारी से पूछताछ किया जाना शुरू किया गया।
इस बीच मौके पर एफएसएल की टीम एवं डॉग स्क्वाड भी पहुंचा एफएसएल टीम के प्रभारी डॉ मनोज पटेल द्वारा बताया गया कि उपरोक्त हत्या गले में किसी चीज को बांधकर की गई है और इस हत्या में संभवत 2 से 3 लोग शामिल होने का अनुमान लगाया गया इस आधार पर भी आगे की पूछताछ की जाती रही। इस बीच ऐसे सभी युवक जो उस स्कूल की छत पर अक्सर चढ़ा करते थे उनसे लगातार पूछताछ की गई। इसी बीच एक अन्य सूचना मुखबिर के द्वारा प्राप्त हुई की मृतक आख़िरी समय में अपने कुछ दोस्तों के साथ देखा गया है।
उनसे भी अलग से बुलाकर पूछताछ की गई जिसमें उक्त युवकों ने जो कि नाबालिक युवक थे, ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया दोनों ही अपचारी बालक जिनकी उम्र क्रमशः 17 वर्ष एवं 15 वर्ष है उन्होंने बताया कि दानेश्वर साहू उर्फ पप्पू को हम अक्सर चिढ़ाया करते थे, और कल भी उसे चिढ़ा रहे थे। जिससे वह गुस्सा होकर आरोपी को मां बहन की गाली देने लगा जिससे उन लोगों को क्रोध आ गया। और उन्होंने प्लान किया कि इसे स्कूल की छत पर ले जाते हैं ऐसा सोचकर उन्होंने उसे स्कूल की छत चलने के लिए तैयार किया। और वहां ले जाने के बाद उससे बहस हुई बहस के दौरान पुनः मृतक ने उन्हें गाली दी।
जिससे उनके द्वारा मृतक के गले को हुड वाले जैकेट जिसमें लेस लगा होता है। उसके लेस को निकालकर एक अपचारी बालक द्वारा गले मे कसकर बांध कर खींचा दिया गया। तथा दूसरे अपचारी बालक द्वारा उसके पैर को पकड़ कर रखा गया। दोनों अपचारी बालक द्वारा अपना जुर्म स्वीकार कर लिया गया है। तथा हत्या में प्रयुक्त लेस को भी आरोपी के शिनाख्त पर घटनास्थल से बरामद कर लिया गया है। उक्त संपूर्ण कार्यवाही में नगर पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला थाना प्रभारी उत्तर वर्मा si डोमार साहू हेड कांस्टेबल शिव तिवारी, आरक्षक जावेद खान, धीरेंद्र यादव, सुरेंद्र साहू, मुकेश चंद्राकर, गजेंद्र यादव, अनिल सोनी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।