देश में कृषि कानूनों के खिलाफ कथित किसानों का आंदोलन अब भी जारी है। सुप्रीम कोर्ट ने आंदोलनकारियों के पक्ष को मजबूत करते हुए फिलहाल कृषि कानूनों को लागू किए जाने पर रोक लगा दी है, वहीं एक कमेटी का गठन किया है, जो इस पूरे मामले की समीक्षा के बाद अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपेगी।
इस बीच आंदोलनकारियों का संघर्ष जारी है, जिसमें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने भी अपनी हिस्सेदारी तय कर दी है। दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका वाड्रा ने जंतर-मंतर में जारी प्रदर्शन में हिस्सा लिया है, तो देश के कांग्रेस शासित प्रदेशों में भी प्रदर्शन का दौर शुरू हो गया है।
राहुल गांधी ने इस बीच मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें देश के किसानों के हित की नहीं, अपितु अडाणी और अंबानी की चिंता है। राहुल गांधी का कहना है कि इन कानूनों को लागू कर मोदी सरकार देश से किसानों का अधिकार छिनने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में इस तरह की ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी और वे किसानों के साथ लगातार संघर्ष करते रहेंगे।
ये तीन कानून किसान को खत्म करने के कानून हैं। इस देश को आज़ादी अंबानी-अदानी ने नहीं, किसान ने दी है। आज़ादी को बरकरार हिन्दुस्तान के किसान ने रखा है, जिस दिन देश की खाद्य सुरक्षा चली जाएगी उस दिन देश की आज़ादी चली जाएगी: राहुल गांधी, कांग्रेस #FarmLaws pic.twitter.com/2y9gmrDAm9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 15, 2021
इस पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बड़ा बयान सामने आया है। नकवी ने कहा कि राहुल गांधी अब भी दिवास्वप्न में जी रहे हैं। उन्होंने मोदी सरकार को यूपीए की मनमोहन सरकार समझ लिया है, जो उनके रिमोट पर चला करती थी। नकवी ने कहा कि राहुल को इस गलतफहमी से बाहर आने की जरुरत है। देशहित में क्या निर्णय सही है, नहीं है इस पर निर्णय लेने में प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार सक्षम है।
राहुल गांधी अभी भी उस सपने से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं जब ये रिमोट से सरकार चलाया करते थे, अगर आप गलतफहमी से बाहर नहीं निकलोगे तो आपको ऐसे ही कुंदबुद्धी और कुंठितबोध सुनाई देंगे: राहुल गांधी के बयान सरकार को 3 कानूनों को वापस लेना पड़ेगा पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी https://t.co/65yXEAaPcu pic.twitter.com/kh7nuuQsAY
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