नई दिल्ली। 2021 1 फरवरी को पेश होगा। राष्ट्रपति शुक्रवार यानी 29 जनवरी को सुबह 11.00 बजे संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगे। केंद्रीय बजट सोमवार सुबह 11:00 बजे पेश किया जाएगा। पिछले कुछ वर्षों से सरकार अलग से रेल बजट पेश नहीं कर रही है। अब रेल बजट भी आम बजट के साथ पेश किया जा रहा है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम के सामने इस बार का बजट पेश करना एक चुनौती भरा काम है, क्योंकि ऐसे समय में जब कोरोना काल चल रहा हो और इसने अर्थव्यवस्था को सुस्त कर दिया हो तो लोगों को ध्यान में रखते हुए एक बेहतरीन बजट पेश करना होगा। कोरोना महामारी की वजह से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की इकोनॉमी में 23.9 फीसद का जबरदस्त संकुचन दर्ज किया गया।
मालूम हो कि 26 नवंबर, 1947 के बाद पहली बार बजट प्रतियां नहीं छापी जाएंगी। नॉर्थ ब्लॉक में बजट दस्तावेजों के प्रिंटिंग के लिए प्रेस है, जहां 100 से अधिक ऐसे अधिकारी हैं जो बजट पर काम करते हैं और ये सभी वहां तब तक रहते हैं जब तक बजट दस्तावेजों को सील नहीं किया जाता और उन्हें जब तक भेजा न जाये, तब तक रहते हैं। लेकिन कोविड -19 को देखते हुए सरकार ने इस बार बजट प्रतियां नहीं छापने का फैसला किया है।
पहले ऐसी खबरें आईं थी कि इस बार पारंपरिक हलवा समारोह जो बजट की आधिकारिक छपाई से जुड़ा है वह भी नहीं होगा। हालांकि, वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि पारंपरिक हलवा समारोह संसद में बजट की प्रस्तुति से 10 दिन पहले परंपरा के अनुसार किया जाएगा।
ANI ने अपने ट्वीट में कहा, ‘वित्त मंत्रालय ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है कि जिसमें कहा जा रहा था कि इस साल पारंपरिक हलवा समारोह नहीं किया जाएगा। संसद में बजट की प्रस्तुति से 10 दिन पहले परंपरा के साथ यह कार्यक्रम होगा।