ज़रूरत मंद लोगों के लिए सहयोग के भावना से वृध जनो के सहयोग के लिए मानव उत्थान सेवा समिति रायपुर के द्वारा ग्राम भिलाई के सियान सेवा सदन में पहुँच कर वृध जनो को दैनिक ज़रूरत की समान वितरण किया गया ग़ौरतलब है की आज के समय में जहाँ लोग नए वर्ष वेलेंटाइन डे या ऐसे कोई अन्य अवसर पर पैसा समय का दुरूपोयोग करते है वही रायपुर में संचालित अखिल भारतीय पंजीकृत संस्था मानव उत्थान सेवा समिति के द्वारा इन अवसरों पर ये संस्था उन ज़रूरत मंद लोगों तक पहुँचती है, जिन्हें उनके स्वयं के बच्चे बोझ समझ कर घर से बाहर कर देते है जिसके चलते वे सियान सेवा सदन और वृधाआश्रम तक पहुँचने के लिए वे बुजुर्ग मजबूर हो जाते है उन मज़बूरों को इस सेवा समिति द्वारा उनके ज़रूरत की समान वितरण करते है जिसमें आज मानव उत्थान सेवा समिति रायपुर के द्वारा गरम कपड़े और मोज़ा वितरण किया गया गौरतलब है
इस मानव उत्थान सेवा समिति के द्वारा समय समय पर ऐसे कई कार्यक्रम किए जाते है जिनमे एक बार इस समिति का नाम गिनीज़ बुक ओफ़ रिकार्ड में भी नाम दर्ज करा चुके है जिसमें
इनके द्वारा एक दिन में सोलह हज़ार चार सो किलोग्राम पाठ्य समाग्री का वितरण एक ही दिन में किया गया था-
बुर्जुगों की सेवा करना सबसे बड़ा पुण्यः
मानव उत्थान सेवा समिति की मुखिया माता दिप्ती बाई जी के द्वारा रायपुर ज़िला ही नहि अपितु पूरे राज्य प्रवचन कथा करती है जिसके माध्यम से उनके द्वारा समाज और समाज के लोगों को जागरुक किया जाता रहा है.उन्होंने कहा कि हम मानव हैं और मानव होने के नाते हमारा पहला धर्म मानवता का परिचय देना है। लेकिन आज समाज जिस दिशा पर जा रहा है। उसको देखकर ऐसा अहसास होता है कि इंसान में इंसानियत का और आत्मियता का अभाव होता जा रहा है। लेकिन समाज के कुछ लोग ऐसे भी हैं जो समाजसेवा के माध्यम से मानवता का परिचय देते रहते हैं।
साथ ही समाज के लोगों को मानवता का पाठ भी पढ़ाते हैं। इस क्रम में माता दिप्ती बाई जी ने कहा कि जीवन में समाजसेवा से बड़ा कोई कार्य नहीं है। समाज के प्रत्येक नागरिक को अपने सामाजिक एवं पारिवारिक दायित्वों के साथ-साथ समाजसेवा के लिए भी समय अवश्य निकालना चाहिए। गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा एवं उनके उत्थान के लिए आकांक्षा समिति हमेशा प्रयासरत रहती है।