महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में परभणी और बीड जिलों के दो गांवों में मृत मुर्गियों के नमूनों की जांच में बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि के बाद शनिवार को 2,000 से अधिक पक्षियों को मारा जा रहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
परभणी जिले की सेलू तहसील के कुपता गांव से और बीड जिले के लोखंडी सावरगांव से ये नमूने लिए गए थे।
अधिकारियों ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘इन इलाकों को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है और वहां पक्षियों को मारने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।’’
उन्होंने कहा कि इन इलाकों में कुक्कुटों को लाना-ले जाना बंद कर दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘इससे पहले कुपता और लोखंडी सावरगांव में मृत मिली मुर्गियों के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया था। शुक्रवार रात को आई रिपोर्ट में उनमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई।’’
जिलाधिकारी दीपक मुगलीकर ने कहा, ‘‘कुपता में शनिवार को पक्षियों को मारने की प्रक्रिया संचालित की जाएगी और करीब 468 पक्षियों को मारा जाएगा।’’
पशुपालन विभाग के डॉ रवि सुरेवाड ने कहा कि लोखंडी सावरगांव में करीब 1,600 पक्षियों को मारा जा सकता है। अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि महाराष्ट्र में अब तक 3,949 पक्षियों को मारा जा चुका है।