आज देशभर में सुबह 10.30 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन के साथ ही वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ। पहले डोज के लिए देश में 3 लाख से ज्यादा लोगों को सूचीबद्ध किया गया था, लेकिन केवल 53 प्रतिशत लोगों को ही टीका लग पाया। इसके पीछे वजह लोगों का वैक्सीन लगवाने से परहेज ही सामने आया है। फिलहाल देश को दो वैक्सीन मिले हैं, जिसे लेकर अफवाहें भी उड़ी हैं, जबकि इन दोनों वैक्सीन की प्रमाणिकता सिद्ध हो चुकी है।
देश के सभी राज्यों में आज एक साथ इस महाभियान को शुरु किया गया। इसमें राजस्थान भी शामिल है। राजस्थान के अलवर जिले में भी स्वास्थ्य कर्मियों को सबसे पहले टीका लगाया गया, लेकिन टीका लगने के कुछ देर बाद ही तीन कर्मियों की तबीयत बिगड़ गई। हालांकि कुछ ही देर बाद तीनों स्वास्थ्य कर्मियों की तबीयत सुधर गई और उन्होंने बेहतर महसूस करने की बात कही।
उनकी तबीयत बिगड़ने की वजह का जब पता लगाया गया, तो बात सामने आई कि उन्होंने टीकाकरण से पहले कुछ भी नहीं खाया था। खाली पेट रहने की वजह से कोरोना वैक्सीन ने तत्काल असर दिखाया, जिसकी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ गई थी।