दंतेवाड़ा। जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत दंतेवाड़ा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। 8 माओवादियों ने एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। एसपी ने नक्सली संगठन में सक्रिय माओवादियों से आत्मसमर्पण कर सम्मान की जिंदगी जीने की अपील की है।
आत्मसमर्पित नक्सलियों में भैरमगढ़ एरिया कमेटी में कार्यरत सुरेश ओयामी, कटेकल्याण एरिया कमेटी में कार्यरत जोगी माड़वी और प्रदीप उर्फ पण्डरू, मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमाण्डर सूले कवासी, मिलिशिया सदस्य माटा कोवासी और बामन पोड़ियामी, सीएनएम सदस्य सन्नू कवासी, लच्छू ताती शामिल हैं। इनमें से 4 नक्सलियों पर कुल 5 लाख रूपए का इनाम था।
इन घटनाओं में रहे शामिल
1. सुरेश ओयामी वर्ष 2019 में ग्राम हुरपाल से भांसी जाने वाले पगडंडी मार्ग पर पुलिस को जान से मारने की नियत से 03-04 स्थानों पर बूबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था. इसके अलावा 2020 में ग्राम तिमेनार से बचेली मार्ग पर पुलिस को जान से मारने की नियत से 05 किलोग्राम प्रेशर आईईडी लगाने की घटना में शामिल था. वर्ष 2020 में ग्राम हुरपाल और ऐटेपाल के बीच जंगल में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ के दौरान फायरिंग में शामिल था।
2. जोगी माड़वी वर्ष 2020 में ग्राम पोरोहिड़मा और गुमोड़ी के बीच हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल थी। इसके अलावा वर्ष 2021 में ग्राम डैयापारा थाना गादीरास में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल थी।
3. प्रदीप उर्फ पण्डरू वर्ष 2017 में थाना मिरतुर एवं मदपाल के बीच मुख्यमार्ग पर पुलिया के पास पेड़ काटकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था। साथ ही थाना बचेली और भांसी के बीच नेरली घाटी के पास पटरी में आग जलाकर मालगाड़ी को रोककर आगजनी करने की घटना में शामिल था. वर्ष 2018 में ग्राम तिमेनार हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शामिल था।
4. सूले कवासी वर्ष 2015 में ग्राम मारेंगा थाना तोंगपाल के 10 ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी के शक में मारपीट करने की घटना में शामिल था. साथ ही वर्ष 2017 में ग्राम छोटेगुड़रा थाना कुआकोण्डा का सरपंच लखमा को पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या करने की घटना में शामिल था. ग्राम मैलावाड़ा से मोखपाल जाने वाले मुख्यमार्ग पर लगभग 12-13 स्थानों पर रोड़ काटकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था।
5. माटा कोवासी वर्ष 2017 में थाना मिरतुर और मदपाल के बीच मुख्यमार्ग पर पेड़ काटकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था. इसके साथ ही थाना बचेली और भांसी के बीच नेरली घाटी के पास पटरी में आग जलाकर मालगाड़ी को रोककर आगजनी करने की घटना में शामिल था।
6. बामन पोड़ियामी वर्ष 2017 में ग्राम ऐटेपाल से टेटम मुख्यमार्ग पर लगभग 20-25 स्थानों पर रोड़ खोदकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था. वर्ष 2018 में ग्राम ऐटेपाल से टेटम मुख्यमार्ग पर 05-06 स्थानों पर रोड़ खोदकर एवं पेड़ काटकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था। इसके अलावा ग्राम टेटम, ऐटेपाल, जियाकोड़ता, सूरनार, पिट्टेडब्बा एवं डब्बा में नक्सली मीटिंग करने के दौरान मैं ग्राम गढ़मिरी चौक के पास संत्री ड्यूटी में रहकर पुलिस आने की सूचना कई बार मोबाईल से जियाकोड़ता पंचायत रेंज कमेटी अध्यक्ष कोसा माड़वी पिता नहीं मालूम निवासी टक्कापारा को देता था।
7. सन्नू कवासी वर्ष 2015 में ग्राम मोखपाल से तेलम जाने वाले मुख्यमार्ग पर मोखपाल से तेलम के बीच लगभग 20-25 स्थानों पर रोड़ काटकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था. साथ ही वर्ष 2017 में ग्राम मोखपाल से मैलावाड़ा जाने वाले मुख्यमार्ग पर लगभग 12-13 स्थानों पर रोड़ काटकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था। इसके अलावा ग्राम छोटेगुड़रा थाना कुआकोण्डा का सरपंच लखमा को पुलिस मुखबिरी के शक में हत्या करने की घटना में शामिल था।
8. लच्छू ताती वर्ष 2006 में ग्राम तिमेनार और हुरपाल के बीच मुख्यमार्ग को लगभग 20-22 स्थानों पर रोड़ काटकर मार्ग अवरोध करने की घटना में शामिल था. वर्ष 2018 में बचेली और भांसी के बीच रेल्वे ट्रेक उखाड़ने की घटना में शामिल था। इसके अलावा वर्ष 2015 में ग्राम चेरली थाना मिरतुर क्षेत्रान्तर्गत ( हरियाल ) कैम्प पर हमला करने की घटना में शामिल था।