दोनों का प्रोफेशन था पशुओं की जान बचाना, लेकिन बन बैठे थे दुश्मन। वेटरनरी डॉक्टर मामा को उसके वेटरनरी डॉक्टर भांजे ने ही महज 36 हजार रुपए में सुपारी देकर मरवा दिया था। वेटरनरी साथ पढ़ने वाले मामा-भांजे में दुश्मनी शुरू हुई मामा की साली से प्यार के बाद। अंजाम हुआ मामा की हत्या से। आमस में 9 दिसंबर को वेटरनरी डॉक्टर की हत्या का राज खोलते हुए सोमवार को गया पुलिस ने साजिशकर्ता वेटरनरी डॉक्टर रवि रंजन की उसके सहयोगी राहुल के साथ गिरफ्तारी दिखाई। दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए झारखंड में पुलिस लगी हुई है।
फोन कर बुलाया और कर दी हत्या
हत्यारों ने संजय को फोन कर जानवरों के इलाज के लिए बुलाया था और 9 दिसंबर को डोभी थाना क्षेत्र के निलंजना नदी के पास हत्या कर दी थी।
वेटरनरी डॉक्टर संजय पासवान और रविरंजन ने साथ में ही पढ़ाई की थी। इसके बाद दोनों ने अलग अलग क्लिनिक खोल लिया था। शुरुआत में दोनों एक-दूसरे के क्षेत्र में भी जाकर जानवरों का इलाज करते थे। यह भी एक वजह थी जिससे दोनों एक-दूसरे से चिढ़ने लगे थे। इसी बीच संजय की साली से रवि का अफेयर चलने लगा। संजय की पत्नी को जब इस बात की भनक लगी तो उसका गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया। संजय ने इस बात को लेकर रवि को बहुत समझाया लेकिन जब वह नहीं माना तो उसकी जमकर धुनाई कर दी। रवि ने इसी बात से मन में दुश्मनी पाल ली और खुन्नस से संजय के क्षेत्र में जाकर जानवरों का इलाज करने लगा। बदले में संजय भी यही काम करने लगा। जब रोजगार पर असर पड़ने लगा तो रवि ने सुपारी किलर से अपने मामा की हत्या करवा दी।
2 गिरफ्तार, 2 फरार
पुलिस ने हत्या के मामले में रवि रंजन व राहुल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो आरोपी अब भी फरार हैं। हत्या में इस्तेमाल की गई यामहा बाइक भी बरामद की है। इधर, शेरघाटी DSP प्रवेंद्र भारती ने बताया कि हत्या के लिए 6 हजार रुपए एडवांस में दिए गए थे। हत्या किए जाने के बाद रवि रंजन ने 30 हजार रुपए राहुल को दिए थे। DSP ने बताया कि फरार आरोपियों को पुलिस जल्द ही गिरफ्तार करेगी। हत्या के बाद आरोपी झारखंड निकल गए। पुलिस उनके ठिकाने पर नजर रखी हुई है