ग्राम चुरारी में 8 माह के इकलौते बेटे की उसकी मां ने कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। घर से करीब 70 फीट मुख्य सड़क पर मां ले गई और उसे सड़क पर लिटाकर गर्दन पर कुल्हाड़ी मार दी। शनिवार सुबह 11 बजे हुई घटना की जानकारी न तो पुलिस को लगी, न ही इसकी जानकारी परिवार ने पुलिस को दी।
हालांकि मृतक की नानी उसे कपड़े में लपेटकर चंदेरी अस्पताल लेकर पहुंची थी जहां डॉक्टर से बच्चे के छत से गिर जाने की कहकर जांच कराई। उसकी नब्ज देखकर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। रातभर कपड़े में लपेटकर शव को घर पर रखा। पुलिस का कहना है कि मां की मेंटल स्थिति ठीक नहीं है।
मां एक संत से प्रभावित थी और उनके प्रवचन यू-ट्यूब पर सुनती थी। दरअसल, रश्मि पत्नी लक्ष्मण लोधी की शादी 2 साल पहले हुई थी। शादी के बाद वह अपने पति के साथ इंदौर में रहती थी। ढाई महीने पहले बेटे यशराज के साथ मायके चुरारी आई थी, जहां अपनी मां और बहनों के साथ रह रही थी।
शनिवार को बहन से अपने बेटे को लेकर सड़क पर ले गई और उसकी हत्या कर दी। मृतक के नाना जानकी प्रसाद ने गांव के लोगों के साथ अगले दिन रविवार को थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी। एसडीओपी लक्ष्मी सिंह सहित टीआई मौके पर पहुंचे। इसके बाद एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया भी जानकारी लगते ही चंदेरी पहुंचे। इसके बाद आरोपी महिला को गिरफ्तार कर चंदेरी अस्पताल में मानसिक इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
हत्या के बाद बहन से बोली जिठानी रश्मि की छोटी बहन रोशनी ने बताया कि शनिवार सुबह 11 बजे यशराज को गोद में लेकर खिला रही थी। रश्मि मुझसे लेकर उसे खिलाते हुए बाहर चली गई। कुछ देर बाद चिल्लाते हुए घर के अंदर आई और कहने लगी बकरा काट दिया।
जब मैं बाहर गई तो यशराज खून से लथपथ था। उसे उठाकर अंदर लाई और उससे पूछा ये क्या किया तो कहने लगी जिसका बकरा था उसने ले लिया। इसके बाद मैंने आंगनबाड़ी में काम करने वाली मेरी मां लाडकुंवर को बताया जो दोपहर को उसे चंदेरी अस्पताल ले गई।