गुजरात में सूरत के कोसांबा इलाके में एक ट्रक की चपेट में आने से 15 लोगों की मौत हो गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, “सभी मृतक मजदूर थे और वे राजस्थान के रहने वाले बताये जा रहे हैं।” ये सभी मजदूर सड़क किनारे फुटपाथ पर सो रहे थे कि तभी एक ट्रक ने इन्हें बेरहमी से कुचल दिया। जिससे 15 मजदूरों की मौत हो गई। इस हादसे में कुछ मजदूर गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए सूरत के स्मीमेर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार ये दर्दनाक हादसा मंगलवार सुबह सूरत के पालोद गांव में हुआ जब ये मजदूर सड़क किनारे फुटपाथ पर सो रहे थे। उसी समय गन्ने से भरा ट्रैक्टर और ट्रक आमने सामने आ गए और ट्रक चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और ट्रक फुटपाथ पर गहरी नींद सो रहे मजदूरों पर चढ़ गया जिससे 13 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल मजदूरों में से दो मजदूरों की मौत की खबर है जिसके बाद हादसे में मरने वालों की संख्या अब 15 हो चुकी है।
मरने वालों में सफेसा फ्यूसय, शोभना, राकेश, दिलीप ठाकरा, नरेश बालू, विकेश महिदा, मुकेश महिदा, लीला मुकेश, मनीषा और चढ़ा बाल हैं। हादसे में 2 साल की बच्ची और एक साल के बच्चे की भी मौत हुई है। वहीं 6 महीने की बच्ची की जान बच गई। वह मां-पिता के साथ सो रही थी। हादसे के बाद लाशों के ढेर के बीच बच्ची के रोने की आवाज सुनकर पुलिस ने उसे रेस्क्यू किया और तुरंत अस्पताल पहुंचाया। बच्ची के मां-पिता की मौत हो गई।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी सूरत में हुए दर्दनाक हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुर्घटना पर दुख जताते हुए इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। पीएम मोदी ने घायलों के भी जल्द स्वस्थ होने की कामना की है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से प्रत्येक पीड़ित परिवार को 2 लाख रुपये और प्रत्येक घायल को 50,000 दिए जाने की घोषणा की गई है।