रायपुर। प्रदेश में छात्रवृत्ति पोर्टल बंद होने की वजह से 66 हजार छात्र फार्म नहीं भर पाए। इस मामले को लेकर शिक्षा मंत्री से शिकायत भी की गई थी। शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने जवाब देते हुए कहा कि वंचित छात्रों को संख्या अधिक है। लोक शिक्षण संचालनालय विचार कर रहा है। दुबारा समय देकर वंचित छात्र फार्म भर पाएंगे। सभी छात्रों को इस योजना का फायदा मिले इसके लिए रास्ता निकला जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार स्कूलों में छात्रवृत्ति के लिए 22,13,470 छात्रों की संख्या अभी दर्ज है। पोर्टल में अंतिम तारीख़ तक 21,46891 विद्यार्थियों ने पंजीयन कराया था ।
ऐसे में 66 हज़ार 579 विद्यार्थियों पर योजना से वंचित होने का खतरा बढ़ गया है। प्रदेश के सिर्फ़ 5 जिलों ने सौ प्रतिशत रजिस्ट्रेशन किया है। ये पांच जिले कोरिया, धमतरी, दंतेवाड़ा, सुकमा एवं बालोद हैं। जबकि 23 जिलों में से कहीं 7 फीसदी तो कहीं 20 फीसदी ही पंजीयन हो पाया। इनमें सबसे कम सूरजपुर, बलरामपुर जिला में रजिस्ट्रेशन किया गया।
डीपीआई जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि इस साल फार्म भरने के लिए 31 दिसंबर अंतिम तिथि तय की गई थी। तब तक बच्चों को फार्म भरने के साथ साथ प्राचार्यों को भी अपलोड करना था। इसमें प्राचार्यों को पासबुक वेरिफिकेशन जैसे काम भी करने थे। इसमें 5-6 जिलों के डीईओ और प्राचार्यों के द्वारा ढिलाई बरती जा रही थी जिसके लिए उन्हें चेतावनी भी दी गई थी कि शनिवार तक सभी काम पूरे कर लिए जाएं। इसके बाद भी तेजी न आने पर आज पोर्टल को होल्ड किया गया था। और ढिलाई बरतने वाले डीईओ और प्राचार्यों को कारण बताओ नोटिस दी गई है।अंत में उन्होंने कहा कि किसी भी बच्चे को पेमेंट में कोई दिक्कत नहीं आएगी।