रायपुर। असम में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस कमर कस ली है..मुख्यमंत्री भूपेश बघेल असम चुनाव में कांग्रेस के सीनियर ऑब्ज़र्वर के रूप में दो दिनों का दौरा पूरा कर रायपुर लौट चुके हैं..वहीं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय असम कांग्रेस के प्रभारी सचिव के रूप में काम कर रहे हैं ..अब राज्य के तीन केबिनेट मंत्री भी असम का दौरा कर वहाँ कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएंगे..बताया जाता है कि गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू,खाद्य मंत्री अमरजीत भगत और नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया असम में जातीय समीकरण के आधार पर आम जनों से कांग्रेस के लिए वोट माँगेंगे।
बता दें कि असम में चाय बाग़ान और अन्य कामों के लिए गए 20 लाख से ज़्यादा छत्तीसगढ़ के लोग निवासरत हैं..इनमें से सबसे ज़्यादा साहू,सतनामी और आदिवासी समाज के लोग हैं..यहाँ साहू समाज के लोग राजिम मंदिर का भी निर्माण किए हैं..इसी तरह सतनामी समाज के लोग यहाँ गुरु घासीदास के वंशज मिनीमाता को पूजते हैं..असम में ही मिनी माता का जन्म हुआ था.. असम में निवासरत आदिवासी समाज के लोग भी अपनी संस्कृति और परंपरा को नहीं भूले हैं..इन तीनों समाज का 40-50 विधानसभा सीटों में बाहुल्यता है..ऐसे में कांग्रेस पुरज़ोर कोशिश कर रही है कि इन सीटों में बढ़त बनाते हुए जीत हासिल करें।
भाजपा का कहना है कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता पहले अपना घर संभाले फिर दूसरे जगहों पर प्रचार प्रसार और वोट माँगने जाए..पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू का कहना है असम में भाजपा को कांग्रेस नहीं हरा पाएगी वहां राष्ट्रवाद का मुद्दा चरम पर है..कांग्रेस के प्रभारी सचिव विकास उपाध्याय का कहना है कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार सभी वर्गों के लिए किए चुनावी वादों को पूरा कर रही है,जिसे छत्तीसगढ़ के नेता असम में बताएंगे।