दलपत सागर सफाई मशीन की अब होगी जांच
कलेक्टर ने बनाया 07 सदस्यीय जांच दल
3 आला अधिकारियों के साथ भाजपा कांग्रेस के 02-02 पार्षद होंगे शामिल
मशीन की क़ीमत पर भाजपा पार्षद दल ने खड़े किये थे सवाल
जगदलपुर।
दलपत सागर में जलकुंभी की सफाई के लिए नगर निगम द्वारा करीब 75 लाख की लागत से खरीदी गयी एक्वैटिक वीड हार्वेस्टर मशीन की जांच अंततः अब शुरू होगी। कलेक्टर ने इसकी जांच के निर्देश दिये है, जिसके लिए सात सदस्यीय जांच दल की टीम बनायी गयी है। जिसमें 03 बड़े अधिकारियों सहित भाजपा व कांग्रेस के 02-02 निर्वाचित पार्षद भी शामिल होंगे। मालूम हो कि दलपत सागर की सफाई के लिए खरीदी गयी मशीन पर भाजपा पार्षद दल ने सवाल खड़े किये थे जिसमें कलपुर्जों को जोड़कर कबाड़ के जुगाड़ से बनी मशीन खरीदने का आरोप लगाया गया था, भाजपा पार्षद दल निरंतर इस मामले को प्रमुखता से उठा रहा था।
कलेक्टर के निर्देश पर गठित जांच दल में अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, कार्यपालन अभियंता जलसंसाधन करण भण्डारी, कार्यपालन अभियंता लोकनिर्माण विभाग राजेश तिवारी शामिल है। इसके अलावा महापौर व नेताप्रतिपक्ष की अनुशंसा पर कांग्रेस और भाजपा के 02-02 निर्वाचित पार्षदों को जांच दल में शामिल करने कहा गया है। नेताप्रतिपक्ष संजय पाण्डेय ने वरिष्ठ पार्षद योगेन्द्र पाण्डे व नरसिंह राव को जांच दल का सदस्य बनाया है।
इस विषय पर नेताप्रतिपक्ष श्री पाण्डेय ने कहा कि कलेक्टर द्वारा 03 जनवरी को वीड हार्वेस्टर मशीन की जांच के लिए निर्देश दिये गये थे। जिसमें संयुक्त जांच दल द्वारा 07 दिनों के अंदर आवश्यक जांच के बाद प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कहा गया है। मगर 2 सप्ताह से अधिक का समय निकल चुका है और जांच की दिशा में अभी तक कोई भी कदम नहीं उठाया गया है। श्री पाण्डेय ने कहा कि दलपत सागर की सफाई का विषय जनमानस से जुड़ा हुआ है और वर्तमान में दलपत सागर में चल रहा सफाई कार्य संतोषजनक है। लेकिन75 लाख रूपये खर्च कर खरीदी गयी मशीन की भाजपा पार्षदों द्वारा बताये गये बिंदुओं के आधार पर निष्पक्ष जांच भी अत्यंत आवश्यक है। इस पर शीघ्रता से कार्यवाही होनी चाहिए। जांच कमेटी का गठन होने के बाद भी इस दिशा में हो रहा विलंब समझ से परे है और जनता के मन में संदेह भी पैदा कर रहा है।