दो दिनों पहले कोचिंग से लौट रही छात्रा के साथ गैंगरेप की खबर सामने आई थी। इस मामले के लिए पुलिस की सक्रियता पर सवाल खड़े हो गए थे। वहीं मध्यप्रदेश सरकार पर भी उंगलियां उठने लगी थी। और जब पुलिस सक्रिय हुई, तो हकीकत सामने आई कि ना तो छात्रा का अपहरण हुआ और ना ही उसके साथ गैंगरेप हुआ। उलटे यह पता लगा कि छात्रा ने खुद ही झूठी कहानी बनाई और अपहरण व गैंगरेप का आरोप पांच युवकों पर मढ़ दिया। लिहाजा पुलिस ने अब युवती के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल, मंगलवार को तेजी से यह खबर फैली कि एक छात्रा जो कोचिंग से लौट रही थी, इसी बीच रास्ते में उसका एक दोस्त मिला, जिसने बातों में उलझाया और फिर क्लोराफार्म जैसी कोई चीज सुंघा दी, इसके बाद उसे रेलवे टैªक पर ले गए, जहां तीन और युवक पहले से इंतजार कर रहे थे। इन पांचों ने उसके साथ बारी-बारी रेप किया और फिर एक बोरे में भरकर उसे जिंदा जलाने की कोशिश की थी।
इस मामले की जांच में यह बात सामने आई कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। वहीं मेडिकल जांच में इस बात की पुष्टि भी हो गई कि युवती के साथ रेप जैसी कोई वारदात हुई ही नहीं है। पूछताछ के बाद यह सच्चाई सामने आई कि बिल्डिंग में रहने वाले एक युवक को फंसाने के लिए उस युवती ने पूरी वारदात की झूठी कहानी बनाई थी। बताया जा रहा है कि युवती ने पहले भी दो लोगों के खिलाफ इस तरह की शिकायत दर्ज कराई है। युवती सेटलमेंट के नाम पर पैसे वसूल करती थी।