अयोध्या के राम जन्मभूमि में रामलला के गर्भ गृह स्थल पर गुरुवार से नींव के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है। वैदिक आचार्य द्वारा कार्य प्रारम्भ से पूर्व पूजन-अर्चन किया गया। अभी तक रामलला के गर्भगृह स्थल के चारों तरफ का मलबा हटाया जा रहा था। गुरुवार से मुख्य गर्भगृह स्थल पर नींव के निर्माण का काम प्रारम्भ कर दिया गया है।
राम जन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि रामलला के गर्भगृह स्थल के पास भी कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। इससे पूर्व वहां पूजन-अर्चन किया गया। उन्होंने बताया कि बीते पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन किए जाने के बाद से ही प्रतिदिन गर्भ गृह स्थल पर हवन व दीप जलाने का क्रम चलता आ रहा है।
राममंदिर निर्माण समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार से अयोध्या में होने जा रही है। इस बैठक में राममंदिर की नींव पर फाइनल मुहर लगने के साथ ही तीन महीने के मास्टर प्लान पर चर्चा होगी। बैठक में इंजीनियरों द्वारा राममंदिर की डिजाइन का प्रेजेंटेशन मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र सहित ट्रस्ट के पदाधिकारियों के समक्ष किया जाएगा। यह तय माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद राममंदिर की नींव का काम फाइनल रूप से शुरू हो जाएगा।
बैठक में एलएंडटी, टाटा कंसल्टेंसी सहित अन्य एजेंसियों के इंजीनियर, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, राममंदिर के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा सहित अन्य ट्रस्टी मौजूद रहेंगे। बैठक में राममंदिर की नींव में कौन से मैटेरियल का प्रयोग किया जाए कि मंदिर की आयु लंबी हो सके उस पर चर्चा होगी। साथ ही इंजीनियरों द्वारा नींव की डिजाइन का प्रेजेंटेशन दिया जाएगा।
दूसरे दिन 22 जनवरी को भी सर्किट हाउस में ही बैठक होगी। सुबह साढ़े दस से दोपहर डेढ़ बजे तक होने वाली बैठक में मंदिर की फाइनल नींव पर मुहर लग जाएगी। इसके साथ ही आगामी तीन महीने के मास्टर प्लान पर भी चर्चा की जाएगी।
राममंदिर निर्माण समिति की बैठक में नृपेंद्र मिश्र, ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, ट्रस्टी गोविंददेव गिरि, डॉ. अनिल मिश्र, बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, एके मित्तल, जगदीश एस अफले , राममंदिर के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा सहित टाटा, एलएंडटी, एनजीआरआई हैदराबाद सहित मंडलायुक्त, डीएम व नगर आयुक्त भी शामिल होंगे।