रायपुर। पर्यावरण को लेकर राज्य सरकार सख्त हो गई है। प्रदूषण फैलाने वाले 25 उद्योगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उत्पादन बंद करने व बिजली काटने के निर्देश दिए हैं। वहीं 42 उद्योगों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बंद होने वाले उद्योगों में राइस मिल, रोलिंग मिल, क्रशर और स्लैग क्रशर शामिल हैं।
पर्यावरण संरक्षण मण्डल के रायपुर क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण के स्तर को मानकों के अनुरूप रखने के लिए कार्रवाई कर रही है। इस कड़ी में रेस्पिरेबल डस्ट सेम्पलर के माध्यम से नेशनल एम्बियंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग प्रोग्राम के अंतर्गत परिवेशीय वायु की क्वालिटी जांचने के लिये रायपुर के औद्योगिक इलाकों के अलावा रिहायशी इलाकों में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
इसमें वूलवर्थ इंडिया लिमिटेड सरोरा, उरला, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल कॉलोनी कबीर नगर और सीएसआईडीसी भवन औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा में पीएम 10 के अलावा कलेक्टोरेट रायपुर में पीएम 10 और पीएम 2.5 की मॉनिटरिंग की जा रही है।
प्रदूषण का वार्षिक औसत के परिणाम देखे जाये तो पूर्व वर्ष की अपेक्षा वर्ष 2020 के परिणाम में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी मानक सीमा के भीतर संतोषप्रद की स्थिति में है।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि रायपुर शहर में परिवेशीय वायु की गुणवत्ता में पूर्व की तुलना में सुधार हुआ है। रायपुर में सभी वायु प्रदूषणकारी प्रकृति के संचालित उद्योगों द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था यथा ईएसपी, बैग फिल्टर, सायक्लोन, स्क्रबर, डस्ट सेप्रेशन सिस्टम, जल छिड़काव की व्यवस्था की गई है।
रायपुर में चिमनी उत्सर्जन पर 24़7 निगरानी रखने के लिये 17 प्रकार के वायु प्रदूषणकारी प्रकृति के उद्योगों में आॅनलाइन इमीशन मॉनिटरिंग सिस्टम की स्थापना कराई गई है।