बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक प्रियंका चोपड़ा छाई हुई हैं। पिछले दिनों उन्होंने अपनी एक हॉलीवुड फिल्म की शूटिंग खत्म की। इसके अलावा प्रियंका जल्द ही अपनी एक किताब भी लॉन्च करने वाली हैं। बेबाक राय रखने वालीं अभिनेत्री ने एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी से जुड़े कई खुलासे किए और बताया कि भारतीय होने की वजह से उन्हें अमेरिका में रंगभेद का सामना करना पड़ा।
प्रियंका जब 12 साल की थीं तो वह पढ़ाई के लिए अमेरिका चली गई थीं। वह अपने परिवार के साथ काफी समय तक अमेरिका में रहीं। उन्होंने हाई स्कूल की पढ़ाई वहीं से की है। उस दौरान स्कूल के बच्चे प्रियंका को उनके सांवले रंग की वजह से परेशान करते थे और ब्राउनी कहकर बुलाते थे।
प्रियंका ने बताया कि ‘जब मैं अमेरिका के स्कूल में पढ़ाई कर रही थी उस वक्त मुझे बहुत परेशान किया जाता था। बच्चे मुझे चिढ़ाते हुए ब्राउनी पुकारते थे और अपने देश वापस लौट जाने के लिए कहते थे। मुझसे कहा जाता था कि तुम जिस हाथी पर बैठकर आई हो उसी पर बैठकर निकल जाओ। निजी रूप से मैंने इन सब का सामना किया है। धीरे-धीरे मैंने अपना आत्मविश्वास खो दिया था।’
प्रियंका आगे कहती हैं कि ‘मैंने हमेशा खुद को एक आश्वस्त व्यक्ति माना है लेकिन जो कुछ भी मेरे साथ हुआ उससे मैं अनिश्चित हो गई थी। भारत लौटकर मैं बहुत खुश थी। स्कूल में उस अनुभव के बाद भारत वापस आना सही रहा। मुझे यहां ढेर सारा प्यार मिला।’
प्रियंका कहती हैं कि ‘मैं इसमें शहर को दोष नहीं देती हूं। मेरा मानना है कि वह लड़कियां चाहती थीं कि कुछ ऐसा कह दें जिससे मैं परेशान हो जाऊं। 35 साल की उम्र में मैं यह कह सकती हूं कि वह असुरक्षित महसूस कर रही थीं।’ वर्कफ्रंट की बात करें तो प्रियंका की फिल्म द व्हाइट टाइगर 22 जनवरी को रिलीज हो चुकी है। इसके अलावा उन्होंने हाल ही में एक हॉलीवुड फिल्म टेक्स्ट फॉर यू की शूटिंग खत्म की है। उनके पास एक अन्य फिल्म मेट्रिक्स 4 भी है।