राष्ट्रीय राजधानी में प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (PMLA) के अपीलीय ट्रिब्युनल में चैयरपर्सन, सदस्यों और अन्य कर्मियों के रिक्त पदों को भरने के लिए केंद्र को निर्देश देने की मांग संबंधी एक जनहित याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हुई है।
यह याचिका अधिवक्ता एवं कार्यकर्ता अमित साहनी ने दाखिल की है। इसमें अगस्त, 2019 की मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस सुनील गौड़ (अब सेवानिवृत्त) को इस ट्रिब्युनल का चैयरपर्सन नियुक्त किया जाना था।
ट्रिब्युनल में स्वीकृत चार सदस्यों में से तीन सदस्यों के पद भी हैं रिक्त
जस्टिस गौड़ को जस्टिस मनमोहन सिंह का सितंबर, 2019 में कार्यकाल पूरा होने के बाद कार्यभार संभालना था, लेकिन इस नियुक्ति की अधिसूचना जारी नहीं हुई और उसके बाद से चैयरपर्सन का पद खाली है। साथ ही ट्रिब्युनल में स्वीकृत चार सदस्यों में से तीन सदस्यों के पद भी रिक्त हैं।
20 जनवरी को दायर इस याचिका में सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत हासिल जवाब का जिक्र भी किया गया है जिसके मुताबिक ट्रिब्युनल में सचिवालय और अन्य कर्मियों की भी जबर्दस्त कमी है जिसका ट्रिब्युनल के कामकाज पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।