गरियाबंद। जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के अंतिम छोर पर बीहड़ जंगल के आमामोरा (ओड) में शिविर का आयोजन किया गया। डॉक्टरों द्वारा शिविर में ग्रामीणों की जांच की गई और स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक जानकारी प्रदान की गयी। स्वस्थ्य विभाग से जुड़ी शासन की विभिन्न योजनाओं से भी ग्रामीणों को अवगत कराया गया। जिला पंचायत सभापति लोकेश्वरी नेताम और जनपद सभापति चंदा बारले भी शिविर में विशेष रूप से उपस्थित रही।
जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनआर नवरत्न द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार आमामोरा (ओड) में 22 जनवरी को जिला स्तरीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। शिविर में गैर संचारी रोग अंतर्गत उच्च रक्तचाप, कैंसर डायबिटीज मरीजों की स्क्रीनिंग, कमार/भुंजिया विकास अभिकरण अंतर्गत स्वास्थ्य परीक्षण एवं जागरूकता सृजन शिविर, मुख्यमंत्री बाल संदर्भन शिविर का आयोजन व दिव्यांगों हेतु दिव्यांग शिविर तथा विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों जैसे टी.बी, मलेरिया, कुष्ठ, अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के संबंध में जागरूकता व जांच किया गया।
शिविर में जिला चिकित्सालय के विशेषज्ञों द्वारा 81 मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण किये गये। जिनमें 05 बुखार, 23 बीपी, 12 शुगर, 07 मोतियाबिंद के, 07 टी.बी. के संदेहास्पदर तथा 54 अन्य बीमारियों से मरीजों को उपचार दिया गया। शिविर में अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम अंतर्गत 34 वृद्धजनों को चश्मा वितरण, वयोवृद्ध कार्यक्रम अंतर्गत 15 को वॉकिंग स्टिक व वॉकर प्रदान किये गये तथा 15 व्यक्ति को दिव्यांग प्रमाण पत्र प्रदाय किया गया।
शिशु संरक्षण माह का शुभारंभ जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लोकेश्वरी नेताम, जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती चंदा बारले एवं आमामोरा के सरपंच के द्वारा किया गया। उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेने की सलाह दी।
शिविर में जिला चिकित्सालय गरियाबंद के विशेषज्ञ चिकित्सक, विकासखण्ड स्तरीय टीम एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला टीकाकरण अधिकारी, उप संचालक समाज कल्याण, सभी संबंधित विभागों के स्टाफ तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिनें आदि उपस्थित रहे।