हरियाणा के बहादुरगढ़ जिले के इंडस्टियल एरिया में तीन फैक्ट्रियों में शुक्रवार देर रात भीषण आग लग गई थी, जिसमें दो श्रमिकों की जिंदा जल जाने से मौत हो गई। शनिवार सुबह दोनों श्रमिकों के शव मिले। बताया जा रहा है कि किसानों ने रास्ता नहीं दिया था, जिस वजह से दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर समय से नहीं पहुंच पाई। मृतकों की पहचान अमर कुमार और गणेश कुमार के रूप में हुई है।
MI पार्ट 2 में फैक्ट्री नंबर 1624, 1625 व 1626 में चप्पल, प्लास्टिक के दाने, हेलमेट और गत्ते की शीट बनाने की काम होता है। इन फैक्ट्रियों में से एक प्लास्टिक के सामान बनाने वाली फैक्ट्री में शुक्रवार देर रात शार्ट सर्किट होने से आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि उसने साथ लगती दो फैक्ट्रियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। श्रमिकों ने खिड़कियों के शीशे तोड़ बाहर निकलकर जान बचाई।
बताया जा रहा है कि आग लगने की सूचना मिलते ही MI पार्ट एक में स्थित फायर ऑफिस में छह दमकल गाड़ियों को रवाना किया गया। औसतन 1 किलोमीटर की दूरी है। लेकिन आंदोलनरत किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के जमावड़े के कारण दमकल गाड़ियों को रास्ता नहीं मिला। किसी तरह निकलकर वे मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक एक घंटे की देरी हो चुकी थी और दोनों श्रमिकों की मौत हो चुकी थी।
बताया जा रहा है कि दोनों श्रमिक 6 महीने पहले यहां काम करने आए थे। गणेश (37) साल की पत्नी, दो बच्चों व भतीजे अमर कुमार के साथ रहता था। गणेश व अमर दोनों हर रोज की तरफ फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे थे कि आग लग गई। गणेश की पत्नी छीना देवी दूसरे श्रमिकों की तरह बाहर की तरफ भागी, लेकिन गणेश और अमर फैक्ट्री के अंदर वाले क्षेत्र में होने के कारण बाहर नहीं आ पाए।