दुर्ग। गणतंत्र दिवस के पावन पर्व के अवसर पर दुर्ग जिले में आयोजित 72 वा मुख्य समारोह में छत्तीसगढ़ शासन संसदीय कार्य, कृषि, पशुपालन, मछली पालन, जलसंसाधन एवं आयकर विभाग मंत्री रविन्द्र चौबे द्वारा दुर्ग के पुलिस ग्राउण्ड में सुबह ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। साथ ही मुख्य अतिथि द्वारा मुख्यमंत्री जी के जनता के नाम संदेश का वाचन किया जायेगा।
जिसमे प्रदेशवासियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि सबसे पहले मैं परलकोट विद्रोह के नायक अमर शहीद गैंदसिंह और उनके साथियों को नमन करता हूं, जिन्होंने सन् 1857 की पहली व्यापक क्रांति के पहले ही छत्तीसगढ़ में आजादी की अलख जगाई थी। उसकी ज्वाला को वीर गुण्डाधूर और शहीद वीरनारायण सिंह जैसे क्रांतिकारियों ने आगे बढ़ाया और फिर पूरा छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़ गया। आजादी की लड़ाई को जुनून में बदलने वाले अनेक अमर शहीदों के साथ इसे निर्णायक मुकाम पर पहुंचाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहर लाल नेहरू, मौलाना अबुल कलाम आजाद, उस दौर के सभी नायकों और भारतमाता के गुमनाम सिपाहियों को मैं सादर नमन करता हूं। आजाद देश को अपना भाग्य विधाता बनाने का अवसर हमारे महान संविधान ने दिया, जिसे बनाने वाली संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद और प्रारूप समिति के सभापति बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर थे।
गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर जहां देशभर में गणतंत्र दिवस को बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है वही दुर्ग में भी छत्तीसगढ़ के मंत्री रविंद्र चौबे द्वारा इस अवसर पर कोविड 19 कोरोना काल के दौरान उत्कृष्ठ कार्य वाले जिले के 400 अधिकारी कर्मचारी एव कोरोना वारियर्स को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही कोरोना के संक्रमण से बचने व बचाने के लिये इस बार किसी तरह का संस्कृतिक कार्यक्रम नही किये गए पर समारोह में सिर्फ पुलिस परेड की सलामी ली गई इस अवसर पर समारोह में विधायक अरुण वोरा दुर्ग महापौर धीरज बाकलीवाल दुर्ग कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे सहित पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे।