रायपुर। राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी इलाके में बीते मंगलवार की शाम लोगों ने थाने का घेराव कर दिया। पुलिस पर इल्जाम लगाया गया कि न्यू कलिंग नगर में रहने वाली दो बहनों पर हुए जानलेवा हमले के मामले में बदमाशों को बचाया जा रहा है। शिकायत करने थाने पहुंची निशा ने बताया कि उसकी ननद अंजली और सोनिया पर हमला किया गया है।
अंजली का इलाके के बदमाश रशीद ने सिर फोड़ दिया और दूसरी ननद सोनिया के घुटने पर बैट से हमला कर उसका घुटना तोड़ दिया। हम पुलिस से शिकायत कर रहे हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। मेरी दोनों ननद के साथ इस तरह मारपीट के बाद मुझे भी धमकाया जा रहा है। रशीद विधायक विकास उपाध्याय का चहेता है, इसलिए पुलिस कुछ नहीं कर रही।
इस वजह से शुरू हुआ विवाद
जानलेवा हमले की शिकार हुई लड़कियों की भाभी निशा ने बताया कि उसकी सोमवार को मेरी दोनों ननद और देवर अनूप गोंदवारा में एक रिश्तेदार की शादी में शामिल होने गए थे। वहां मुहल्ले का रसीद अपने साथियों के साथ पहले से ही था। रशीद ने मेरे देवर के चेहरे पर सिगरेट का धुआं उड़ाया। ऐसा करने से मना करने पर रशीद ने मारपीट शुरू कर दी। बीच-बचाव करने गई अंजलि और सोनिया के साथ भी बदसलूकी की गई। हम सभी डर गए और फौरन वहां से घर वापस आ गए ।
कुछ देर बाद रशीद अपने साथियों के साथ हमारे घर आ गया। उसने हलवाइयों के इस्तेमाल करने वाले बड़े करछुल से अंजली के सिर पर जोरदार वार किया। बाल पकड़ कर सोनिया को घर से बाहर निकाला और बैट से उसके दायं पैर का घुटना तोड़ दिया। अंजली के सिर पर टांके लगे हैं । जख्म इस तरह हुआ है कि हमें ट्रीटमेंट के लिए उसके पूरे बाल मुंडवाने पड़े। सोनिया चल फिर नहीं पा रही। हम उसका इलाज करवा रहे हैं।
ढ़ाई घंटे में छूट गया बदमाश
पीड़ित परिवार के साथ थाने का घेराव करने पहुंचे आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस घटना का विरोध किया। आप नेता अनुषा ने बताया कि महिला और उसका परिवार इलाके के गुंडों से परेशान है । क्षेत्र के विधायक विकास उपाध्याय ने रशीद और उसके साथियों को संरक्षण दे रखा है। जिसकी वजह से पुलिस इस मामले में फौरन कार्रवाई करने से बच रही है । सोमवार की रात सड़क पर सरेआम महिलाओं को बुरी तरह पीटा गया। पुलिस को तो अगले दिन ही एक्शन लेना चाहिए था। जब हमने मंगलवार को थाने का घेराव किया तो पुलिस जागी।
लड़कियों के घर वाले और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने कार्रवाई की मांग की। थाने में हंगामा बढ़ता देख पुलिस रशीद के एक साथी बिनेश को कहीं से पकड़कर ले आई। हमें आश्वस्त किया गया कि कार्रवाई होगी। जब हम लौट आए तो पता चला कि महज ढ़ाई घंटे के बाद बिनेश को छोड़ दिया गया। रशीद और उस रात दोनों युवतियों के साथ मारपीट करने वाले उसके साथी फरार हैं। हमने पुलिस से साफ कहा है कि अगर इस मामले में दो दिनों के अंदर बड़ा एक्शन नहीं लिया जाता तो हम 29 जनवरी को गुढ़ियारी थाने का घेराव करेंगे। तब तक यहीं धरना देंगे जब तक दोषियों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया जाता।