दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर जो हुआ वो किसी से छिपा नहीं है। ऐसे में किसान नेता राकेश टिकैत ने सारे लोगों और ट्रैक्टर्स की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि वो ट्रैक्टर मार्च की जिम्मेदारी लेते हैं। लेकिन लाल किले में जिसने झंडा लगाया वो एक षड़यंत्र है। टिकैत ने इसे बीजेपी की साजिश करार देते हुए कहा कि झंडा लगाने वाला बीजेपी का ही नुमाइंदा है इसलिए सरकार अपनी जिम्मेदारी से ना भागे। ये सभी मिलकर हमारे आंदोलन को कमजोर करना चाह रहे हैं। टिकैत ने कहा कि हमारे ट्रैक्टर्स में किसी ने सरकारी डीजल नहीं भरवाया है। कान खोलकर सुन ले ये सरकार ना तो हम दिल्ली से जाएंगे और ना ही बिल वापसी तक अपना आंदोलन वापस लेंगे। टिकैत ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि यदि मैं उपद्रव के लिए दोषी हूं तो मुझे फांसी में टांग दो।