करीब सात साल से बंद पेट्रोल पंप में गैस शिफ्टिंग के दौरान लगी आग और ब्लास्ट में पेट्रोल पंप मालिक सहित 3 लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे में ट्रक चालक शब्बीर जिंदा जल गया, वहीं बुरी तरह से झूलसे पेट्रोल पंप के संचालक के बेटे जतिन दुआ और कर्मचारी ताबिस ने आज सुबह उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। इस हादसे में 7 लोग बुरी कदर जख्मी हो गए हैं।
जेनरेटर से फूटी चिंगारी और हो गया ब्लास्ट
पेट्रोल पंप परिसर में LPG का टैंक बना था, जो 7 साल से बंद था। इस टैंक को CNG में कन्वर्ट किया जाना था। इसमें करीब 100 लीटर LPG थी। जिसे वॉश करने के लिए जेनरेटर लगाया गया। इस दौरान भारत पेट्रोलियम व इंडियन ऑयल के अधिकारी और अन्य लोग मौजूद थे। इसी बीच अचानक जेनरेटर में आग लग गई और ब्लास्ट हो गया। हादसा इतना भीषण था कि पास खड़ा ट्रक भी इसकी चपेट में आ गया। इसमें बैठे ड्राइवर की झुलसने से मौत हो गई, जबकि 9 लोग झुलस गए।
हादसे में मारा गया ट्रक ड्राइवर शब्बीर खान अजमेर के नजदीकी तबीजी गांव का रहने वाला है। उसके 2 और 7 साल के दो बेटे हैं। उसके पिता डायलिसिस पर हैं। उसका एक छोटा भाई वसीम है जो पानी का टैंकर चलाता है। वहीं, हादसे में झुलसे आदर्श नगर निवासी सुरेंद्र दुआ (56) पेट्रोल पंप के मालिक हैं। इसके अलावा, गुलाब बाड़ी निवासी रवि कुमार (52) और जादूगर बस्ती निवासी लवेश (40) पेट्रोल पंप के कर्मचारी है। स्माइल खान (45), अशोक (25), सौरभ जैन (30) अन्य है, जो भारत पेट्रोलियम के बताए जा रहे हैं।