अजमेर के आदर्श नगर स्थित एक पेट्रोल पंप परिसर में बने टैंक से LPG गैस शिफ्टिंग करते समय शुक्रवार शाम अचानक आग लगने के मामले में मृतकों की बढ़कर 3 हो गई है। शनिवार सुबह इलाज के दौरान 2 और लोगों ने दम तोड़ दिया। इनमें पेट्रोल पंप मालिक के इकलौते बेटे जतिन दुआ (31) और कर्मचारी मो. ताबिस है। इससे पहले शुक्रवार को मौके पर ट्रक चालक शब्बीर खान की मौत हो गई थी। शब्बीर हादसे के वक्त ट्रक में बैठा था और जिंदा जल गया था। जबकि अभी 7 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
LPG का टैंक खाली करते वक्त हुआ हादसा
पेट्रोल पंप परिसर में LPG का टैंक बना था, जो 7 साल से बंद था। इस टैंक को CNG में कन्वर्ट किया जाना था। इसमें करीब 100 लीटर LPG थी। जिसे वॉश करने के लिए जेनरेटर लगाया गया। इस दौरान भारत पेट्रोलियम व इंडियन ऑयल के अधिकारी और अन्य लोग मौजूद थे। इसी बीच अचानक जेनरेटर में आग लग गई और ब्लास्ट हो गया। हादसा इतना भीषण था कि पास खड़ा ट्रक इसकी चपेट में आ गया। इसमें बैठे ड्राइवर की झुलसने से मौत हो गई, जबकि 9 लोग झुलस गए।हादसा इतना भीषण था कि पास खड़ा ट्रक उसकी चपेट में आ गया। इससें ड्राइवर शब्बीर खान की मौत हो गई।
दो बेटों का पिता था मृतक शब्बीर, पिता का चल रहा इलाज
हादसे में मारा गया ट्रक ड्राइवर शब्बीर खान अजमेर के नजदीकी तबीजी गांव का रहने वाला है। उसके 2 और 7 साल के दो बेटे हैं। उसके पिता डायलेसिस पर है और इलाज चल रहा है। उसका एक छोटा भाई वसीम है जो पानी का टैंकर चलाता है। वहीं, हादसे में झुलसे आदर्श नगर निवासी सुरेंद्र दुआ (56) पेट्रोल पंप के मालिक हैं। इसके अलावा, गुलाब बाड़ी निवासी रवि कुमार (52) और जादूगर बस्ती निवासी लवेश (40) पेट्रोल पंप के कर्मचारी है। स्माइल खान (45), अशोक (25), सौरभ जैन (30) अन्य है, जो भारत पेट्रोलियम के बताए जा रहे हैं।