छत्तीसगढ़ में दिल के बीमारियों के इलाज की एडवांस तकनीक आई है। रायपुर में राज्य सरकार के संस्थान एडवांस कॉर्डियक इंस्टीस्च्यूट में एक्सिमेर लेजर कोरोनरी एंजियोप्लास्टी (ECLA) लगाई गई है। सरकार का दावा है, देश में यह पहली मशीन है जो यहां लगाई गई है। यह मशीन पराबैगनी किरणों का इस्तेमाल कर किसी भी तरह के हर्ट ब्लॉकेज को भाप बनाकर उड़ा देती है।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने शुक्रवार रात संस्थान पहुंचकर इस सुविधा का लोकार्पण किया। औपचारिक लोकार्पण से पहले इस मशीन से मुंगेली जिले की एक 46 वर्षीय महिला का सफल इलाज हो चुका था। सिंहदेव ने उस मरीज से भेंट कर उनका हाल भी जाना।
डॉक्टरों ने बताया, मुंगेली जिले से आई महिला को दिल का दौरा और बार-बार सीने में दर्द के साथ संस्थान में भर्ती कराया गया था। कोरोनरी एंजियोग्राफी से उनके दिल की बाईं तरफ की पहली धमनी में 90 प्रतिशत की रुकावट का पता चला। पारंपरिक बैलूनिंग तकनीक से एंजियोप्लास्टी करने की कोशिशों से डॉक्टरों को सफलता नहीं मिली। फाइब्रोसिस के कारण बालून से ब्लॉकेज नहीं खुल पा रहा था।
उसके बाद डॉक्टरों ने मरीज के दिल का ब्लॉकेज इस नई तकनीक से खोलने का फैसला किया। हाई एनर्जी लेजर से उस ब्लॉकेज को सफलतापूर्वक वाष्पीकृत कर दिया गया और भविष्य में ब्लॉकेज की संभावना को रोकने के लिए स्टेंट लगाए गए। महिला मरीज को अगले दो दिनों में अस्पताल से छुट्टी देने की योजना है।
रायपुर के जवाहरलाल नेहरु मेडिकल कॉलेज का एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट छत्तीसगढ़ में हृदय का अस्पताल है। 2017 में इसे हृदय रोगों के लिए उन्नत उपचार के लिए स्थापित किया गया था। अपनी स्थापना के बाद से, संस्थान ने राज्य और उसके आसपास के प्रदेशों से आए मरीजों के हृदय संबंधी रोगों के उपचार का नेतृत्व किया है।
एडवांस कॉर्डियक इंस्टीस्च्यूट में कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. स्मित श्रीवास्तव और दूसरे विशेषज्ञों ने एक सेब पर प्रयोग कर स्वास्थ्य मंत्री को मशीन के काम करने की तकनीक दिखाई। उन्होंने पराबैगनी रोशनी के इस्तेमाल से बिना सेब की सतह को गर्म किए अथवा छुए छेद कर दिए थे।
एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने बताया, ECLA हृदय की नलिकाओं में कठिन ब्लॉकेज का इलाज करने का सबसे कारगर इलाज है। उनका कहना था, एक्सिमेर लेजर शॉर्ट वेबलेंथ, हाई एनर्जी अल्ट्रावॉयलेट प्रकाश का उपयोग करता है। यह ना खुलने वाले ब्लॉकेज, बहुत पुराना सम्पूर्ण ब्लॉकेज, पूर्व में लगे स्टेंट से हुआ ब्लॉकेज और आपातकालीन एंजियोप्लास्टी में बड़े रक्त के थक्कों को भाप बना देता है।