भोपाल: मध्य प्रदेश की विधानसभा का बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू होने जा रहा है जिसमें 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया का 15वें वित्त आयोग को लिखा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पत्र 8 अगस्त 2020 को लिखा बताया जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि बजट से 6 महीने पहले वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह को लिखे इस पत्र के जरिए सिंधिया सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की है और इसका असर बजट पर भी पड़ेगा।
– ग्वालियर-शिवपुरी-चंदेरी क्ष्रेत्र के पर्यटन में विकास
– बाबा महाकालेश्वर मंदिर का अनुरक्षण
मुझे आशा है कि 1 फरवरी के बजट में, ग्वालियर चम्बल संभाग, उज्जैन, शिवपुरी,मुरैना व ओरछा के लिए इनकी स्वीकृति की सकारात्मक खबर आएगी और भविष्य में इन क्षेत्रों के विकास के नए द्वार खुलेंगे।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) January 28, 2021
15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एनके सिंह को 8 अगस्त 2020 को लिखे इस पत्र में भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्र लिखकर मध्य प्रदेश में विभिन्न कार्यां के लिए फंड आवंटित करने का अनुरोध किया है। सिंधिया ने चंबल नदी से ग्वालियर और मुरैना में पानी लाने के लिए प्रोजेक्ट, चंदेरी के बुनकरों के संरक्षण और विकास के लिए फंड की मांग की है।
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आशा व्यक्त करते हुए कहा है कि 1 फरवरी के बजट में ग्वालियर चम्बल संभाग, उज्जैन, शिवपुरी, मुरैना व ओरछा में विकास कार्यों के लिए फंड की स्वीकृति की सकारात्मक खबर आएगी और इन क्षेत्रों के विकास के द्वार खुलेंगे। आपको बता दें कि कोरोना महामारी से जूझती अर्थव्यवस्था के बीच मोदी सरकार के बजट पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं। बजट सत्र 29 जनवरी से शुरू हो जाएगा और 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा। बजट सत्र का पहला चरण 29 जनवरी से 15 फरवरी तक, जबकि दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा।