पुलिस ने खेत में जुआ खेल रहे चार युवकों को पकड़ा है, जबकि 20 से अधिक भाग गए। मौके से 43 हजार 500 रुपए मिले हैं। जब चारों पकड़े गए जुआरियों की पहचान हुई तो पुलिस आश्चर्य में पड़ गई। इनमें एक निजी अस्पताल का डॉक्टर तो दूसरा उसी अस्पताल का मैनेजर निकला है। इतना ही नहीं तीसरा जुआरी ट्रांसपोर्टर और चैथा इंजीनियर है जो अभी एक खदान का काम संभाल रहा। हाई प्रोफाइल लोगों को जुआ खेलते पकड़ने के बाद तत्काल पुलिस ने केस दर्ज किया है। सभी आरोपियों को थाने से जमानत मिल गई है।
थाना प्रभारी पुरानी छावनी सुधीर सिंह कुशवाह ने बताया कि शनिवार शाम सूचना मिली थी कि जिगसोली गांव के खेत में बड़े स्तर पर जुआ खेला जा रहा है और इसके लिए शहर के साथ ही आसपास के जिलों के जुआरी आए हुए हैं। सूचना मिलते ही पुलिस बल के साथ दबिश दी। पुलिस को देखते ही जुआरी भागने लगे, जिसमें से चार लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है। मौके से ताश के पत्ते और 43 हजार 500 रुपए नकद भी मिले हैं।
पुलिस को देखते ही जुआ खेल रहे लोग भागे, लेकिन पीछा कर चार को पकड़ा गया है, जिनकी पहचान मोनू जाटव पुत्र मुन्ना लाल जाटव निवासी जिगसोली के रूप में हुई है। मोनू ट्रांसपोर्टर है उसके ट्रक चलते हैं। पप्पू पुत्र रमेश कुमार निवासी बानमोर मुरैना इंजीनियर है और अभी एक खदान पर काम संभाल रहा है। अरूण पुत्र ओमप्रकाश आर्य निवासी थाटीपुर, एक निजी अस्पताल में बतौर मैनेजर पदस्थ है, जबकि जितेन्द्र सिंह पुत्र गोविन्द सिंह निवासी सिटी सेंटर कुंदन नगर भी थाटीपुर के वेदांश अस्पताल में डॉक्टर बताया गया है। सभी पर जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया और बाद में थाने से जमानत पर छोड़ दिया गया है।
सात दिन से जमा था फड़
पकड़े गए चारों लोगों ने पुलिस को बताया है कि जिगसोली में बीते सात दिन से जुए का फड़ जमा था। वह सात दिन से आ रहे थे। कौन खिला रहा था यह पता नहीं है। उनको एक साथी यहां लेकर आया था। यहां आसपास के शहर से लोग जुआ खेलने आ रहे थे। अब पुलिस खेत मालिक का पता लगा रही है।