कवर्धा। शहर के एक निजी अस्पताल में लापरवाही की सीमा पार हो गई है। तीन माह पहले एक युवक अपने टूटे हुए पैर का इलाज कराने पहुंचा था। जिसे डॉक्टरों ने रॉड लगाकर भेज दिया। युवक अपने बड़ते हुए परेशानी को लेकर डॉक्टर के पास पहंचा तो अस्पताल प्रबंधन ने इलाज करने से मना कर दिया। परेशान युवक और उसके परिजन अपताल के सामने डॉक्टर का इन्तजार कर रहे है।
दरअसल युवक का तीन माह पहले सडक हादसा हुआ था। जिसमें उसके पैर की हड्डी टूट गई जिसके इलाज के लिए वह कवर्धा के रूपजीवन अस्पताल पहुंचा था। डॉक्टरों नें इलाज क्र के उसे घर भेज दिया। अब लापरवाही के वजह से जहां हड्डी जुड़ना था वहां नहीं जुड़ा। तकलीफ में मरीज अस्पताल पहुंचा तो डॉक्टरों ने दवाई देकर भेज दिया। यह घटना को तीन माह बिट गये है। अब अस्पताल प्रबंधन मरीज का इलाज करने से इनकार कर रहे है।
मरीज के साथी ने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रबधन डॉक्टर नहीं होने का हवाला देकर मरीज का इलाज नहीं कर रहे है