मैनपुरी जिले के थाना औंछा क्षेत्र में एक गांव निवासी किशोरी को आठ दिन तक बंधक बनाकर तीन युवकों ने दुष्कर्म किया। काफी तलाश के बाद परिजनों ने उसे गाजियाबाद से मुक्त कराया। आरोपी फरार हैं। पीड़िता के पिता ने पुलिस पर भी मामले में उचित कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है।
परिजों के अनुसार 13 वर्षीय किशोरी 15 जनवरी को खेत पर गई थी। तभी आकाश निवासी गांव हरिसारी थाना अलीगंज (एटा) उसे साथी हरिओम और गुड्डू निवासी कठेगरा औछा की मदद से अगवा कर ले गया। तलाश के बाद परिजनों को सूचना मिली कि किशोरी गाजियाबाद की इंद्रापुरम कॉलोनी में है।
25 जनवरी को परिजन उसे तलाशते हुए गाजियाबाद पहुंचे तो उन्हें देखकर आकाश भाग गया। परिजन किशोरी को मुक्त करा घर ले आए। पीड़िता ने बताया कि आठ दिन तक आरोपियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। किशोरी के परिजन 28 जनवरी को थाना औंछा में तहरीर दी, लेकिन लेकिन पुलिस ने अगवा करने का मामला दर्ज किया।
दुष्कर्म पीड़िता के पिता ने पुलिस पर थाने में दूसरी तहरीर लिखवाए जाने का आरोप लगाया है। इंस्पेक्टर और थाने में मौजूद दरोगा ने घटना को बदलकर अपने माफिक तहरीर लिखाई। अब पुलिस बयान बदलने के लिए भी धमका रही है। रविवार शाम घर आई पुलिस विपक्षियों के बयान दर्ज कर ले गई है।
पुलिस पर लगाया यह आरोप
पीड़िता के पिता ने बताया कि वह 25 जनवरी को बेटी को लेकर घर आए थे। बेटी की तबियत खराब होने की वजह से वह इलाज कराते रहे। 27 जनवरी को उन्होंने थाने में सामूहिक दुष्कर्म की तहरीर दी तो इंस्पेक्टर और दरोगा ने गलत बताते हुए दूसरी तहरीर देने की बात कही।
वह अशिक्षित हैं, दरोगा और इंस्पेक्टर जो कुछ बोलते गए वह उनके साथ गया भाई तहरीर में लिखता गया। उनकी ओर से दी गई तहरीर पर मामला दर्ज नहीं किया। पुलिस ने अपनी मनमानी से आरोपियों के खिलाफ अगवा किए जाने का मामला दर्ज कर लिया, जबकि उनकी बेटी को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया है।
रविवार शाम सीओ डीपी गौड़ और इंस्पेक्टर रिषी कुमार मामले की जांच को लेकर घर आए। उन्होंने पहले दी गई तहरीर की फोटो भी खींची। इंस्पेक्टर ने कहा कि वह उनका सहयोग कर रहे हैं। इसलिए वीडियो में इस बात को कहो कि जो एफआईआर दर्ज की गई है वह उनकी मर्जी से की गई है। ऐसा न करने पर सीओ व इंस्पेक्टर कुछ देर रुकने के बाद चले गए। लेकिन वे काफी देर तक गांव में विरोधी पक्ष के लोगों से बातचीत कर वीडियो बनाते रहे।
न्यायालय में होंगे पीड़िता के बयान
पीड़िता के पिता ने बताया कि पुलिस ने उन्हें बताया कि सोमवार को पीड़िता के बयान न्यायालय में दर्ज कराए जएंगे। न्यायालय में पीड़िता की ओर से दिए गए बयान के आधार पर ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि आरोपी अपने घरों से फरार हैं। उनके परिजन भी लगातार मामले में बयान बदलने के दबाव बना रहे हैं।
एएसपी मधुवन कुमार सिंह ने कहा कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर ही एफआईआर दर्ज की गई है। पीड़िता का मेडिकल और न्यायालय में बयान दर्ज कराए जाएंगे। मेडिकल रिपोर्ट अैर बयान के आधार पर ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।