रायगढ़। छुही मिट्टी धसकने से दो महिलाओं की दबकर मौत हो गई। तीन गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे के वक्त 10 से अधिक ग्रामीण महिलाएं खदान में थीं लेकिन एक बड़ा टीले के धसकने से पांच महिलाएं चपेट में आईं। ये सभी घर की लिपाई के लिए छुही मिट्टी लेने गई थीं।
घरघोड़ा के झरियापाली गांव की दर्जनभर महिलाएं घर की लिपाई-पुताई के लिए मिट्टी लेने के उद्देश्य से इकट्ठा हुईं। ये ट्रैक्टर पर बैठकर कंटगडीह पहुंचीं। रेल कॉरिडोर की लाइन के बगल में महिलाओं का एक छुही मिट्टी का टीला मिला। खदान नुमा गड्ढे में इनमें से कुछ महिलाएं उतरीं और मिट्टी खोदने लगीं। इसी दौरान अचानक मिट्टी का बड़ा टुकड़ा गिर पड़ा। काम में लगीं महिलाओं का बचने का मौका नहीं मिला।
पांच महिलाएं यहां दब गईं। साथियों ने चीखना-चिल्लाना शुरू किया लेकिन सुनसान होने के कारण यहां कोई मदद नहीं पहुंच सकी। पांच महिलाएं मिट्टी के ढेर में दब गईं। काफी मशक्कत के बाद इन्हें बाहर निकाला गया। अस्पताल पहुंचने के पहले ही सीता राजपूत की मौत हो गई। इलाज के दौरान मुक्ता चौहान की भी मौत हो गई। तीन अन्य महिलाएं गंभीर रूप से घायल थीं जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
दो फीट तक मिट्टी में दबी थी महिलाएं
महिलाओं पर पूरा मिट्टी का टीला गिर गया था। महिलाएं तीन फीट तक दबी हुई थी। कुदाल और फावड़ा लेकर मिट्टी को धीरे-धीरे हटाकर महिलाओं को बाहर निकाला गया। इसके बाद एक-एक कर सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। जो महिलाएं घायल हुई है उनके सीने में चोट लगी है। उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही है।
घंटों की मशक्कत के बाद निकाली गईं महिलाएं
तीन घंटों की मशक्कत के बाद महिलाओं को बाहर निकाला गया। सूचना के बाद आसपास के ग्रामीण महिलाओं को निकालने के लिए औजार लेकर पहुंचे और तीन घंटे की मशक्कत के बाद महिलाओं को बाहर निकाला गया। तीन महिलाएं पूरी तरह मिट्टी के ढेर की जद में नहीं थीं इसलिए उनकी जान बच गई।
जिलेभर में संचालित हैं छुही की अवैध खदानें
जिले भर में छुही की अवैध खदानें संचालित है। घरघोड़ा और खरसिया और बरलिया क्षेत्र के जंगलों में सबसे ज्यादा छुही की खदानें है। जहां तस्कर पहाड़ों को खोदकर छोड़ देते हैं। इन्हीं जगहों पर कोई ग्रामीण घर के उपयोग के लिए पहुंचता है तब ऐसी घटनाएं होती है। जिले में ऐसे हादसे कटंगपाली, टिरमलगा, गुड़ेली इलाके में भी होते रहे हैं। खनन के लिए प्रसिद्ध जिले में बड़े पैमाने पर चूना पत्थर, कोयले के साथ ही छुही मिट्टी का वैध और अवैध खनन होता है। सालों से हो रही खुदाई के कारण कई जगह खाई नुमा गहरे गड्ढे हैं।