प्रदेश में आवारा पशुओं का आतंक है लेकिन प्रशासिक अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे जिसके चलते हर रोज किसी ना किसी शख्स की मौत के कारण आवारा पशु बन रहे हैं। ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा पानीपत में भी हुआ जहां एक दादा पोता घर से बाहर गए थे कि तभी सांडों ने उनपर हमला कर दिया जिससे दादा के हाथों से पोता फिसल गया और सांडों ने उसे कुचल दिया जिससे मौके पर ही मौत हो गई।
पूरा मामला पानीपत के सनौली खुर्द गांव का है जहां दो आवारा सांड सड़क पर लड़ रहे थे कि तभी उन्हें देख दादा पोता भागने लगे और इस दौरान पोता हाथ से फिसल गया और पिछे से सांडों ने कुचल दिया और मासूम की वहीं मौत हो गई। जैसी ही ये खबर गांव के लोगों तक पहुंची तो गांव के लोग सहम गए।
वहीं परिवार के इकलौते बेटे की मौत से मां और पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक आर्यम घर के सभी सदस्यों का प्यारा था लेकिन प्रशासन की लापरवाही ने उनके परिवार का लाल उनसे छीन लिया।
मामले में ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में बेसहारा गोवंश का आतंक है जिसको लेकर कई बार शिकायत भी दी गई है लेकिन बावजूद उसके कोई सुनवाई नहीं होती और हर रोज लोगों को हादसों का शिकार होना पड़ता है।