नई दिल्ली। भारत में सबसे पहले कोविड-19 वैक्सीन के आपात इस्तेमाल के लिए आवेदन देने वाली फाइजर ने यू टर्न ले लिया है। अमेरिकी फार्मा कंपनी ने भारत में दिया आवेदन वापस ले लिया है। कंपनी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत में इस बात की जानकारी दी है। कंपनी ने कहा है कि बुधवार को भारत में हुई ड्रग रेग्युलेटर से मुलाकात के बाद कंपनी ने यह फैसला लिया है।
कंपनी ने कहा, ‘मीटिंग में विचार विमर्श और नियामक की तरफ से चाही गई अतिरिक्त जानकारी के आधार पर कंपनी ने इस समय आवेदन वापस लेने का फैसला किया है।’ हालांकि, रॉयटर्स से बातचीत में कंपनी ने इस बात की संभावना जताई है कि वो अतिरिक्त जानकारी के साथ दोबारा आवेदन करेंगे। ब्रिटेन, बहरीन, कनाडा समेत कई देशों ने फाइजर के आपातकाल इस्तेमाल को पहले ही मंजूरी दे दी है।
फिलहाल ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने दो वैक्सीन- कोविशील्ड और कोवैक्सीन को पाबंदियों के साथ आपात इस्तेमाल की अनुमति दी है। कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजैनेका ने मिलकर तैयार किया है। वहीं, इसका निर्माण पुणे स्थित दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में हो रहा है।
फाइजर की वैक्सीन को रखने के लिए -70 डिग्री सेल्सियस जितने बेहद कम तापमान की जरूरत होती है। इस वैक्सीन में इम्यून सिस्टम को वायरस के खिलाफ तैयार करने के लिए सिंथैटिक मैसेंजर RNA (mRNA) का इस्तेमाल किया गया है। इस वैक्सीन को अनुमति देने वाला सबसे पहला देश ब्रिटेन है। यहां 20 मिलियन की आबादी के लिए पहले ही 40 मिलियन डोज ऑर्डर किए जा चुके हैं।