नई दिल्ली। रिषभ पंत ने रविवार को जो किया वह पूरी तरह से शुद्ध बल्लेबाजी थी। लीच ऑफ साइड पर पड़े रफ का फायदा उठाना चाहते थे, लेकिन जब भी वह गेंद वहां डालते तो पंत बहादुर लड़ाके की तरह क्रीज से आगे निकलते और स्पिन के साथ गेंद को चेपक स्टेडियम के स्टैंड में भेज देते। उन्होंने अपनी प्रतिभा की चमक बिखेरी और ऑफ स्पिनर डॉम बेस (4/55) पर भी उन्होंने इनसाइड आउट कवर्स के ऊपर से कई अच्छे शॉट खेले।
वर्ल्ड क्लास विकेटकीपर रिद्धिमान साहा की जगह खिलाए गए रिषभ पंत शतक के करीब पहुंच रहे थे, लेकिन बेस पर उन्होंने फिर से इनसाइड आउट कवर्स के ऊपर से शॉट लगाने का प्रयास किया, लेकिन इस बार गेंद उनके बल्ले के बीचों-बीच नहीं लगी और डीप एक्स्ट्रा कवर पर खड़े लीच ने उनका कैच लपक लिया। यह ऐसी पारी थी जो पंत की खुद की धारणा के आधार पर कई भावनाओं को पैदा कर सकती है।
पंत के प्रशंसकों के लिए इस पारी ने कई मुस्कान बिखेर दी। भारत जब 73 रन पर ही चार विकेट गंवा चुका था तो पंत ने कुछ ही मिनटों में लीच पर चार छक्के जड़ दिए। जेम्स एंडरसन पर कवर पर लगाया गया उनका छक्का भी खूबसूरती से भरा था। अगर आप किसी टेस्ट क्रिकेट के प्रशंसक से बात करेंगे तो वह यही कहेगा कि पंत को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए थी, क्योंकि वह टेस्ट क्रिकेट में अधिक आक्रामक होने के कारण अपने छोटे से करियर में चार शतक से चूक गए हैं।
पंत, पंत हैं, जिनका प्राकृतिक खेल ही आक्रामकता है। शायद अब टीम प्रबंधन भी इस चीज को समझ गया है और वह पंत को बदलने की जगह उन्हें उनका खेल खेलने की छूट दे रहा है। बिलकुल वैसे ही जैसे वह पुजारा को नहीं बदलना चाहते, जिन्होंने चार घंटे की बल्लेबाजी में 143 गेंद पर 73 रन ही बनाए।
भारतीय टीम का पीपीपी मॉडल यानी पंत-पुजारा पार्टनरशिप काम कर गई, क्योंकि दोनों ने 24 ओवर में ही 119 रन जोड़ दिए, लेकिन विराट कोहली (11), जो अच्छी लय में दिखने के बाद भी आउट हो गए। वह पंत के स्टैंड में जा रहे छक्कों से परेशान नहीं होंगे, ना ही बेस पर लगाए गए पुल से, जहां गेंद शॉर्ट लेग पर खड़े ओली पोप के शरीर से लगकर उछल गई और फिर रॉरी बर्न्स ने उनका कैच लपक लिया।
बेस का गेंदबाजी मिश्रण अचंभे से भरा रहा। कभी वह खराब गेंद करते तो कभी एक अच्छी गेंद। इसी अच्छी गेंद पर उन्होंने विराट का विकेट ले लिया। वहीं रहाणे का जो रूट ने एक अच्छा कैच लपका। इससे पहले जोफ्रा आर्चर ने शुभमन गिल (29) और रोहित शर्मा (6) को आउट करके मेहमान टीम को शुरुआती दो सफलताएं दिला दी थीं।